NAIDUNIA SAMVAD: समाज-सरकार के साझा प्रयास लाएंगे हरियाली, दिए सुझाव

नईदुनिया प्रतिनिधि,ग्वालियर। बृहद स्तर पर पौधारोपण कर ग्वालियर को हरीतिमा की चादर ओढ़ाने में समाज का सरकार को पूरा सहयोग मिलेगा। यह भरोसा कलेक्टर रुचिका चौहान की पहल पर बाल भवन में "एक पेड़ मां के नाम" विषय पर आयोजित हुए संवाद कार्यक्रम में प्रबुद्धजनों ने दिलाया। विभिन्न संगठनों ने पौधे रोपने व उनकी रक्षा करने की जिम्मेदारी अपने ऊपर ली है। संवाद के दौरान विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने उपयोगी सुझाव दिए।

जिला प्रशासन ने ग्वालियर शहर व शहर के नजदीक 150 ऐसे स्थान चिह्नित किए हैं, जहां कोई भी नागरिक या संगठन पौधे रोप सकता है। नगर निगम द्वारा जमुनाबाग नर्सरी से निश्शुल्क पौधे उपलब्ध कराए जायेंगे। ग्वालियर शहर में 10 लाख पौधे रोपने का लक्ष्य रखा गया है। जिले में कुल मिलाकर लगभग 15 लाख पौधे इस साल रोपने की कार्ययोजना बनाई गई है।

सोमवार को बाल भवन के आडिटोरियम में पौधारोपण जैसे पुनीत उद्देश्य को लेकर आयोजित हुए संवाद में शहर के जनप्रतिनिधिगण, व्यापारिक, सामाजिक व स्वयंसेवी संगठन, सेवाभावी नागरिक, पर्यावरण व प्रकृति प्रेमी, शांति समिति के सदस्यगण, प्रबुद्ध नागरिक एवं मीडिया प्रतिनिधिगणों ने भाग लिया। एकजुटता की ताकत से पौधारोपण कार्यक्रम को सफल बनायें: कलेक्टर ने कहा कि प्रकृति के अत्यधिक दोहन व दुरुपयोग से पर्यावरण की दशा बिगड़ी है।

पौधारोपण के जरिए पर्यावरण में सुधार लाने के लिये शासन-प्रशासन द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। पर इसके लिए केवल सरकार के प्रयास पर्याप्त नहीं हैं, जब समाज के सभी अंग मिलजुलकर सहयोग करेंगे तभी सफलता मिलेगी। उन्होंने एकजुटता की ताकत से ग्वालियर में पौधारोपण कार्यक्रम को सफल बनाने का आह्वान किया। कलेक्टर श्रीमती चौहान ने कहा कि जिला प्रशासन व नगर निगम द्वारा चिन्हित स्थलों पर शहरवासी अपने माता-पिता व अन्य स्वजन के नाम से भी पौधे रोप सकते हैं।

पहाड़ियां, विकसित व अविकसित पार्क सहित अन्य स्थल पौधारोपण के लिये चिह्नित

नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह संवाद के दौरान जानकारी दी कि ग्वालियर शहर में इस साल 10 लाख पौधे रोपने की कार्ययोजना तैयार की गई है। शहर के 250 अविकसित पार्क व 100 विकसित पार्क में पौधारोपण कराया जायेगा। साथ ही सड़क मार्गों के डिवाइडर, मुक्तिधाम व कब्रिस्तान इत्यादि स्थानों पर भी पौधे रोपे जायेंगे।

इसके अलावा कैंसर, कलेक्ट्रेट, गोपाचल, श्रद्धा पर्वत, मानपुर और सिरोल इत्यादि पहाड़ियों सहित शहर के अन्य स्थलों को भी पौधारोपण के लिये चिह्नित किया गया है। उन्होंने कहा कि शहर के चिह्नित स्थलों में विभिन्न संस्थायें अपनी सुविधा के अनुसार पौधे रोप सकती हैं। इसके लिए जमुनाबाग नर्सरी से निश्शुल्क पौधे प्राप्त किए जा सकते हैं। प्रत्येक व्यक्ति पाँच पौधे नि:शुल्क प्राप्त कर सकेगा।

छोटे पौधे देकर बड़े पौधे प्राप्त करें

सफल वृक्षारोपण के लिए विख्यात गुरुद्वारा समिति के पदाधिकारी एचएस कोचर ने संवाद में भरोसा दिलाया कि गुरुद्वारा समिति ग्वालियर को हरा-भरा करने में पूरा सहयोग करेगी। साथ ही कहा कि उनकी संस्था से कोई भी व्यक्ति या संगठन छोटे पौधे देकर बड़े पौधे प्राप्त कर सकता है।

दाना-पानी संस्था के अध्यक्ष राज चड्डा ने पौधों को पानी देने व उनकी रखवाली कर पेड़ बनाने का जिम्मा लिया है। विवेकानंद नीडम से कलेक्ट्रेट के पीछे होकर हाईवे की ओर वाले सड़क मार्ग पर पौधों के संरक्षण की जिम्मेदारी ली है।

इन्होंने भी दिए उपयोगी सुझाव

  • चैंबर अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल ने पौधरोपण के लिये एरिया निर्धारित कर विभिन्न संगठनों को सौंपने का सुझाव दिया। उन्होंने कि चेम्बर ऑफ कॉमर्स वृक्षारोपण और रूफ वाटर हार्वेस्टिंग में शहरवासियों को अच्छा काम करके दिखाएगा।
  • भाजपा जिला अध्यक्ष अभय चौधरी ने कहा कि पुराने अनुभव बताते हैं कि जिन लोगों ने केवल सरकार पर निर्भर न रहकर बल्कि पर्यावरण की रक्षा के प्रति अपना दायित्व समझकर पौधे रोपे हैं उन्हें ज्यादा सफलता मिली है। उन्होंने वृक्षारोपण में हर संभव सहयोग का भरोसा भी दिलाया।
  • ग्वालियर के फेंफड़े संस्था से जुड़े बृजराज सिंह ने तिघरा जलाशय के कैचमेंट एरिया में पौधरोपण करने का सुझाव दिया।
  • जीवाजी क्लब व कैट संस्था के प्रतिनिधि दीपक पमनानी ने कहा कि वे अपनी संस्था के सहयोग से न केवल पौधे रोपेंगे बल्कि अगली साल उन पौधों के साथ फोटो भी सार्वजनिक करेंगे।

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