JANJGIR CHAMPA NEWS: बेजाकब्जा की भेंट चढ़ रही है सिंचाई विभाग की कीमती जमीन

नईदुनिया न्यूज , जांजगीर - चांपा लोगों ने अब दुकानें, मकान, बाउंड्रीवाल, काम्प्लेक्स तक बनवा लिए हैं। कलेक्टर ने अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं मगर विभाग के अधिकारियों के कान में जूं तक नहीं रेग रहा है।

नहरिया बाबा मंदिर जाने वाली मार्ग में नहर पार से लगी हुई सिंचाई विभाग की जमीन पर लोगों ने कार पार्किंग, नगर पालिका के नाले के ऊपर बाउंड्रीवाल, शेड निर्माण कर कब्जा कर रखा है। विभाग के अधिकांश अफसर इस सड़क से आए दिन गुजरते हैं, वहीं जिस क्षेत्र में सिंचाई विभाग का कार्यालय है उस रोड में भी लोगों ने अतिक्रमण किया है।

विभाग के अधिकारियों के आंखों के सामने सब अतिक्रमण कर रहे हैं। ऐसा नहीं है कि विभाग के अधिकारी इससे अनजान हैं, सब कुछ जानने के बाद भी जमीन को बचाने के लिए कोशिश नहीं कर रहे हैं। विभाग के अधिकारी केवल नोटिस की औपचारिकता निभाने में लगे हुए हैं। नहरिया बाबा मार्ग के प्रवेश द्वार के पास ही नगर पालिका के नाले के ऊपर ढलाई कर अतिक्रमण किया जा रहा है मगर विभाग के अधिकारी कुछ नहीं कर पा रहे हैं।

नहरिया बाबा मार्ग में नहर के सटे सरकारी जमीन पर शेड निर्माण कर आसपास की जमीन भी कब्जा कर लिया गया है। कुछ लोगों के द्वारा सड़क के ऊपर अस्थाई गुमटी रखकर व्यवसाय भी किया जा रहा है। इसी तरह कुछ लोगों ने अपने घर का अहाता नहर के जमीन के ऊपर तक बना लिया है।

सरकारी जमीन पर बाउंड्रीवाल और कार पार्किंग बनाया गया है। जहां वे अपनी कार और बाइक खड़ी करते हैं। नहर के शुरुआत में ही नहर की जमीन पर कब्जा कर पानी निकासी के लिए नगर पालिका द्वारा बनाए गए बड़े नाले के ऊपर ढ़लाई कर 15 फीट आगे तक मकान का निर्माण किया जा रहा है।

बड़ी नहर से 70 फुट तक सिंचाई विभाग की जमीन

जल संसाधन विभाग के नियम के अनुसार छोटी नहर में सेंटर लाइन से 30 और बड़ी नहर में 60 से 70 फीट तक की जमीन विभाग के द्वारा आरक्षित रखी जाती है। ताकि भविष्य में जरूरत पड़ने पर उक्त जमीन का इस्तेमाल किया जा सके, लेकिन वर्तमान में नहर के दोनों तरफ की जमीन पर कब्जा हो रखा है।

इस पर लोग बाउंड्रीवाल, कार पार्किंग, दुकान और चबूतरा निर्माण करा चुके हैं।चार साल बाद फिर नोटिस, कार्रवाई नहींअक्टूबर 2021 में जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने नहरपुल से लेकर नहरिया बाबा तक विभाग के जमीन की नापजोख की थी।

इस रास्ते में करीब 50 से अधिक मकान बने हैं जिन्होंने या तो बेजा कब्जा कर घर बना लिया है या फिर दूसरों की देखा देखी बाउंड्रीवाल खड़ी कर दी है। सिंचाई विभाग के उप अभियंता के एस तंवर की टीम ने 23 और 24 अक्टूबर 2021 को नाप जोख करते हुए अतिक्रमण हटाने के लिए करीब 50 घरों को चिन्हित किया था।

सिंचाई विभाग की जमीन नहर के बीच से लेकर दाहिनी तट पर कुल 93 फीट है। वहीं कोपिंग से 57 फीट नाप कर अवैध कब्जे पर मार्क किया गया था। मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। वहीं चार साल बाद फिर जल संसाधन विभाग ने 35 अतिक्रमण कारियों को नोटिस देकर औपचारिकता पूरी कर ली है।

2024-07-04T04:37:06Z dg43tfdfdgfd