नई दिल्ली. भारतीय रेलवे कमाल का ट्रैक बना रहा है. जब प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा तो पहली बार यह शहर देश के अन्य हिस्सों से रेल के जरिये जुड़ेगा. अभी यहां तक पहुंचने के दो ही रास्ते हैं या तो आप सड़क मार्ग से जाओ, जो कि काफी दुर्गम है और मौसम खराब होने पर बंद हो जाता है. दूसरा है फ्लाइट से जाने का जो खर्चीला पड़ता है. लेकिन, रेलवे ने अब सस्ता और जल्दी तय होने वाला रास्ता निकाल लिया है. पटरी बिछाने का काम भी लगभग पूरा हो चुका है. आपको जानकर हैरानी होगी कि 272 किलोमीटर के इस ट्रैक को बिछाने के लिए भारतीय रेलवे ने 927 पुल बनाए हैं.
पहाड़ों के बीच तय होने वाला यह पूरा सफर आपको किसी यूरोपीय देश जैसा अहसास कराएगा, जब खूबसूरत वंदे भारत ट्रेन इन हसीन वादियों से गुजरेगी तो आपको मंजिल तक पहुंचने का मन ही नहीं करेगा. रेलवे ने सिर्फ पुल ही नहीं बनाए हैं, बल्कि करीब 3 दर्जन सुरंगों का भी निर्माण कराया है. 272 किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए आपकी ट्रेन 38 सुरंगों से गुजरेगी. जरा अंदाजा लगाइए कितना खूबसूरत मंजर और सफर होगा. जम्मू को श्रीनगर से जोड़ने वाले इस रेलवे प्रोजेक्ट पर काम साल 2002 में शुरू हुआ था और 2024 के आखिर तक इस पर ट्रेन दौड़ाने का प्लान है.
119 किलोमीटर की सुरंगें
आपको जानकर हैरानी होगी कि रेलवे ने इस ट्रैक पर कुल 38 टनल यानी सुरंगें बनाई हैं, जिसकी कुल दूरी 119 किलोमीटर है. इसका मतलब हुआ कि आपकी ट्रेन 119 किलोमीटर तक सुरंगों में ही चलेगी. इसमें से एक सुरंग जिसका नाम टी-49 है, अकेले ही 12.75 किलोमीटर की है. इसे देश की सबसे लंबी सुरंग भी माना जा रहा है.
13 किलोमीटर के पुल बने
जैसा कि हमने आपको बताया कि इस ट्रैक को पूरा करने के लिए रेलवे को 927 पुल बनाने पड़े हैं, जिसकी कुल लंबाई 13 किलोमीटर है. इसमें से एक पुल तो अकेले ही 1,315 मीटर का है. इसकी खास बात ये है कि 467 मीटर आर्क पर टिका यह पुल नदी की सतह से 359 मीटर की ऊंचाई पर बना हुआ है. इसे दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल भी माना जा रहा है. इतना ही नहीं रेलवे ने इस ट्रैक पर पहला केबल ब्रिज भी बनाया है.
आधा हो जाएगा सफर का समय
अभी जम्मू से श्रीनगर तक जाने वाले हाईवे पर सफर सर्दियों में काफी मुश्किल हो जाता है. भारी बर्फबारी की वजह से कई बार रास्ता भी ब्लॉक हो जाता है. लेकिन, रेलवे का प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद आपको वंदे भारत ट्रेन महज 3.5 घंटे में जम्मू से श्रीनगर पहुंचा देगी. अभी सड़क मार्ग से इस सफर को पूरा करने में करीब 7 घंटे लग जाते हैं. वैसे तो रेलवे ने इसका किराया अभी तय नहीं किया है, लेकिन सड़क मार्ग और फ्लाइट से जाने में आने वाले खर्च से तो रेलवे का किराया काफी कम होगा.
2024-07-03T07:58:07Z dg43tfdfdgfd