AMARTYA SEN ON RAM MANDIR: 'भारत हिंदू राष्ट्र नहीं, मोदी सरकार में...', अमर्त्य सेन ने राम मंदिर को लेकर भी कही ये बड़ी बात

Amartya Sen Remark on Hindu Rashtra: नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन ने लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों को लेकर अब अपनी प्रतिक्रिया दी है. नतीजों के करीब 23 दिन बाद उन्होंने कहा है कि हाल ही में आए लोकसभा चुनाव के नतीजे इस बात की ओर इशारा करते हैं कि भारत 'हिंदू राष्ट्र' नहीं है.

उन्होंने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि ब्रिटिश शासन के समय से ही देश में लोगों को बिना किसी मुकदमे के जेल में रखा जाता रहा है और कांग्रेस शासन की तुलना में भाजपा सरकार में यह अधिक प्रचलन में है.

'बिना मुकदमे के जेल में डालने का खेल हो बंद'

नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक बंगाली समाचार चैनल से बातचीत में सेन ने कहा, "भारत हिंदू राष्ट्र नहीं है, यह केवल चुनाव के नतीजों से ही पता चलता है." 90 वर्षीय अर्थशास्त्री ने बुधवार शाम (26 जून 2024) को कहा, "हम हमेशा हर चुनाव के बाद बदलाव की उम्मीद करते हैं. पहले (भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के दौरान) जो कुछ हुआ, जैसे बिना किसी मुकदमे के लोगों को जेल में डालना और अमीर और गरीब के बीच की खाई को चौड़ा करना, वह अब भी जारी है. इसे रोका जाना चाहिए."

'मोदी का नया मंत्रिमंडल पहले की नकल'

प्रख्यात अर्थशास्त्री ने कहा कि राजनीतिक रूप से खुले दिमाग की जरूरत है, खासकर तब जब भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और इसका संविधान भी धर्मनिरपेक्ष है. सेन ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का विचार उचित है." उन्होंने मोदी सरकार 3.0 के मंत्रिमंडल पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि नया केंद्रीय मंत्रिमंडल पहले वाले की नकल है. मंत्रियों के पास अब भी पहले वाले ही विभाग हैं.

बचपन के दिनों को याद कर कही ये बात

सेन ने अपने बचपन के दिनों को याद करते हुए कहा, "जब मैं छोटा था, मेरे कई चाचा और चचेरे भाई बिना किसी मुकदमे के जेल में डाल दिए गए थे. हमें उम्मीद थी कि भारत इससे मुक्त हो जाएगा. कांग्रेस भी इस तथ्य के लिए जिम्मेदार है कि उसके समय में भी यह सिलसिला नहीं रुका. उन्होंने इसे नहीं बदला... लेकिन वर्तमान सरकार के तहत यह अब सबसे ज्यादा हो रहा है. "

'भारत की वास्तविक पहचान को नहीं करना चाहिए नजरअंदाज'

अयोध्या में राम मंदिर बनाने के बावजूद भाजपा के फैजाबाद लोकसभा सीट हारने पर सेन ने कहा कि देश की असली पहचान को छिपाने की कोशिश की गई. भारत को हिंदू राष्ट्र के रूप में चित्रित करने के लिए इतना पैसा खर्च करके राम मंदिर का निर्माण महात्मा गांधी, रवींद्रनाथ टैगोर और नेताजी सुभाष चंद्र बोस के देश में नहीं होना चाहिए था. यह भारत की वास्तविक पहचान को नजरअंदाज करने का प्रयास दिखाता है और इसे बदलना होगा. सेन ने यह भी कहा कि भारत में बेरोजगारी बढ़ रही है और प्राथमिक शिक्षा और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों की उपेक्षा की जा रही है.

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