UDNE WALA SAANP: 'उड़ने वाला सांप' आ गया मकान की छत पर, लोगों ने देखा तो मचा दिया शोर, जानें इसकी खासियत

जयपुर: आपने 'उड़ने वाले सांप' के कई किस्से सुने होंगे। इस बीच राजस्थान के प्रतापगढ़ में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जहां एक मकान की छत पर उड़ने वाला सांप दिखाई दिया। सांप को देखकर लोग हैरान हो गए। उड़ने वाले सांप के बारे में सुनकर आसपास के लोगों की भीड़ जमा हो गई। बाद में सर्प मित्र ने मौके पर पहुंचकर 'ब्रांच बैंक ट्री स्नेक' प्रजाति के उड़ने वाले इस सांप का रेस्क्यू किया। जिसे बाद में जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया। जंगलों में पाए जाने वाला यह सांप विषहीन होता है, जो एक पेड़ से दूसरे स्थान पर करीब 4 मीटर तक उड़ान भर सकता है। इसी कारण इसे 'उड़ने वाला सांप' कहते हैं।

सांप को उड़ान भरते देखकर हैरान हो गए लोग

लोगों को चकित करने वाला यह मामला प्रतापगढ़ जिले के दलोट कस्बे का है, जहां अजय चौधरी के मकान की छत पर एक सांप दिखाई दिया। यह सांप उड़ता हुआ दिखाई दिया। इसे देखकर घर के लोग हैरान और भयभीत हो गए। सूचना मिलते ही आसपास के लोग उड़ने वाले सांप को देखने के लिए जमा हुए। इस दौरान सर्प मित्र एवं संस्था के संस्थापक लव कुमार जैन को मामले की सूचना मिली। इस पर वह अपने साथी प्रकाश कुमावत के साथ मौके पर पहुंचे। जहां ब्रांच बैंक ट्री स्नेक प्रजाति का उड़ने वाला सर्प दिखाई दिया। इस दौरान उन्होंने सांप का रेस्क्यू किया और उसे सुरक्षित जंगलों में छोड़ दिया।

4 से 5 मीटर तक भर सकता है उड़ान

लोग पेड़ से छलांग मारने वाले सांपों को 'उड़ने वाला सांप' कहते हैं। यह जंगलों में पाया जाता है और विषहीन होता है। अंग्रेजी में इस सांप को 'ब्रॉन्ज बैक ट्री स्नैक' कहा जाता है। बताया जाता है कि यह सांप एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर छलांग लगाकर पहुंच जाता है। इस दौरान यह सांप एक पेड़ से दूसरी जगह तक 4 से 5 मीटर तक छलांग मारते हुए उड़ान भरता है। दलोट कस्बे में उड़ने वाले सांप की सूचना मिलते ही लोगों में हड़कंप मच गया। वहीं सांप को लेकर जगह-जगह चर्चा शुरू हो गई।

क्या उड़ने वाले सांप में जहर होता है?

यह सांप विषहीन होता है। इसकी शारीरिक बनावट बेहद लचीली होती है, जिसके कारण यह एक पेड़ से दूसरे स्थान पर लगभग चार मीटर तक उड़ान भर सकता है। इसलिए इसे उड़ने वाला सांप कहा जाता है। इसकी खास बात यह है कि सांप की स्कीन के नीचे लकीरें हैं जो रात में चमकती हैं। बताया गया है कि मेढक, छिपकली और कीड़े-मकोड़ों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए सांप इनका इस्तेमाल करते हैं। यह सांप पहाड़ों में ऊंचे पेड़ों, जंगलो में पाए जाते हैं।

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2024-07-02T07:57:21Z dg43tfdfdgfd