INDORE DAHOD RAILWAY LINE: सुरंग के अंदर हुआ एक ब्लास्ट इंदौर-दाहोद रेल लाइन की राह कर देगा आसान

Indore Dahod Railway Line: संजय रजक, नईदुनिया इंदौर। इंदौर-दाहोद नई रेल लाइन प्रोजेक्ट के तहत शीघ्र ही इंदौर-धार तक का काम शीघ्र ही पूरा होने की उम्मीद है। पीथमपुर के पास 2.9 किमी लंबी टनल का काम तकरीबन पूरा हो चुका है। पश्चिम रेलवे के जीएम अशोक कुमार मिश्र इस सुरंग के बचे 2.5 मीटर हिस्से को बटन दबाकर ब्लास्ट करेंगे।

इसके साथ ही टनल के दोनों पोर्टल आपस में मिल जाएंगे और रेल लाइन का रास्ता साफ हो जाएगा। तीन माह में टनल की फिनिशिंग और ट्रैक बिछाने काम भी पूरा कर लिया जाएगा। ताकि दिसंबर माह तक इंदौर से धार तक रेल कनेक्टिविटी हो जाए।

बता दें कि वर्ष 2013 में इंदौर-दाहोद (205 किमी) प्रोजेक्ट शुरू हुआ था। वर्तमान में इंदौर-टिही रेलखंड में मालगाड़ियों का संचालन किया जा रहा है। वहीं दाहोद से कतवारा तक काम पूरा हो चुका है। पीथमपुर-सागौर रेलखंड (9.3 किमी) पर ट्रैक बिछाने काम भी पूरा हो गया है।

इस बार बजट में प्रोजेक्ट के लिए 600 करोड़ रुपये मिले हैं। रेलवे ने सागौर, गुणावद, नौगांव, झाबुआ, पिटोल में नई रेलवे स्टेशन बिल्डिंग, प्लेटफार्म आदि का निर्माण शुरू कर दिया है।

प्रोजेक्ट में इंदौर से दाहोद तक 22 रेलवे स्टेशन बनेंगे। सागौर से नौगांव (धार) तक 37 किमी का काम छह में पूरा करना है।

कैसे बनी सबसे जटिल सुरंग

रेलवे ने वित्तीय वर्ष 2007-08 में 678.56 करोड़ रुपये की लागत पर परियोजना को मंजूरी दी थी। शुरू में टिही-पीथमपुर के बीच सुरंग की योजना नहीं थी, बाद में कठोर चट्टानों में गहरी कटाई के कारण अक्टूबर-2011 में सुरंग का निर्णय लिया।

जब सुरंग को लेकर सर्वे हुआ था, तब यहां आबादी नहीं थी, लेकिन 2018 में जब काम शुरू किया, तब यहां आबादी बस चुकी थी। 148.88 करोड़ रुपये की लागत से 2.9 किमी के बीच सिंगल लाइन बीजी सुरंग का काम मेसर्स एसईडब्ल्यू और एसएसएनआर-संयुक्त उद्यम, हैदराबाद को दिया गया।

एजेंसी ने 2018 में काम शुरू किया व 2020 में बीच में बंद कर दिया। इस एजेंसी ने 1.8 किमी खोदाई की। फिर 2022 में मेसर्स एबीसीआई इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड, कछार को 124.86 करोड़ रुपये की लागत से शेष काम सौंपा।

पूर्णता का लक्ष्य मार्च 2023 तय किया गया, लेकिन सुरंग से पानी निकालने और ब्लास्टिंग की अनुमति में समय लग गया। एजेंसी ने इस दौरान 10 करोड़ लीटर पानी बाहर निकाला। 1.12 किमी लंबाई के हिस्से को कंपनी ने पूरा किया है।

जीएम के बटन दबाते ही होगा ब्लास्ट

जीएम अशोक कुमार मिश्रा रविवार दोपहर दो बजे सुरंग के पोर्टल-वन से सेंटर पाइंट तक जाएंगे। यहां से करीब 600 मीटर आगे 2.5 मीटर के हिस्सों को ब्लास्ट करने के लिए बटन दबाएंगे। बटन दबाते ही पोर्टल के दोनों हिस्सा आपस में मिल जाएंगे।

इस प्रोजेक्ट से जुड़े महत्वपूर्ण जानकारी

  • इंदौर-दाहोद प्रोजेक्ट 2008 में अस्तित्व में आया।
  • 2013 में शुरू हुआ काम।
  • सुरंग में हर माह हुई 90 मीटर खोदाई।
  • सुरंग के लिए 2 लाख 34 हजार घनमीटर चट्टान हटाने के लिए 1200 विस्फोट किए गए।
  • हर दिन 200 कर्मचारी-अधिकारी लगे रहे काम में।
  • ब्लास्टिंग के लिए 300 टन विस्फोट सामग्री का हुआ उपयोग।
  • बूमर, शॉटक्रीट मशीन, टेलीहैंडलर सहित अन्य मशीनें लगाईं।
  • 6 पंप की मदद से सुरंग में भरे 10 करोड़ लीटर पानी निकाला बाहर।
  • सुरंग में हर 100 मीटर पर बने हैं पॉकेट, ट्रेन आने पर यहां रुका जा सकता है।

2024-06-23T05:39:08Z dg43tfdfdgfd