GWALIOR NEWS: मस्ती की पाठशाला खत्म, अब क्लास रूम की बारी

नईदुनिया प्रतिनिधि,ग्वालियर। स्कूल की घंटी बजने वाली है, 24 घंटे बाद स्कूलों में बच्चों का शोर सुनाई देने लगेगा। कई सारे नन्हें मुन्हे विद्यार्थी पहली बार स्कूल पहुंचेगे । घर से निकलकर स्कूल पहुंचने वाले इन नन्हे विद्यार्थियों को स्कूल का अनूठा अहसास होने वाला है,जो उन्हें राेमांचित भी करेगा और उन्हें नई नई चीजें सीखने के लिए भी प्रोत्साहित करेगा ।

उनके लिए स्कूल में नया व सुखद अहसास होगा। क्योंकि उन्हें स्कूल में खेलने खूदने की पूरी आजादी होगी और खेल कूद में उनकी पढ़ाई भी शुरू हो जाएगी। जो विद्यार्थी छुट्टियों के बाद पहली बार स्कूल पहुंच रहे हैं उन्हें भी अलग अहसास होगा क्योंकि वह इस बार नए पाठ्यक्रम का अध्ययन करने वाले हैं।

इसलिए नए सत्र 2024-25 के लिए स्कूल संचालकों ने भी तरह तरह की तैयारी कर रखी हैं । निजी स्कूल संचालक आरसी गुप्ता का कहना है कि सोमवार एक जुलाई को जब विद्यार्थी स्कूल पहुंचेगे तो उनका तिलक और माला पहनाकर स्वागत किया जाएगा।

छोटे बच्चों को खेलने के लिए ढेर सारे खिलौने मिलने वाले हैं तो बहुत सारे नन्हें मुन्हें दोस्त बनने वाले हैं। यह सुखद अहसास ही उन्हें स्कूल आने के लिए प्रेरित करेगा । लेकिन स्कूल जाने से पहले उनकी तैयारियों में घर का हर सदस्य जुटा हुआ है बाजार से स्कूल बैग,लंच बाक्स,पानी की बाेतल आदि सामग्री की खरीददारी शुरू हो चुकी है जिससे बाजार में रौनक आ चुकी है।

मां की उंगली थाम कर पहली बार बच्चे पहुंचेगे स्कूल

सोमवार को पहली बार नन्हें विद्यार्थी अपनी माता,पिता या दादा,दादी की उंगली थाम कर स्कूल पहुंचेगे। जहां उनका भव्य स्वागत होगा और उनके मनोरंजन के लिए तरह तरह के खिलौने व अन्य सामग्री उपलब्ध होगी।जो उन्हें हर दिन स्कूल आने के लिए प्रेरित करेगी। इन नन्हें मुन्हें विद्यार्थियों को खेल खेल में पढ़ाई कराई जाएगी। जिससे वह लिखना पढ़ना भी सीखेंगे।

तैयारियां शुरू,बाजार में रौनक

एक जुलाई से बच्चे स्कूल में पढ़ने के लिए जाने लगेंगे। उससे पहले उनके लिए आवश्यक सामग्री बाजार से खरीदी जा रही है। जिसको लेकर बाजारों में रौनक आ चुकी है। तरह तरह के डिजाइनर लंच बाक्स,बैग,पानी की बोतल आदि खरीदने के लिए माता पिता बच्चों के साथ पहुंच रहे हैं। इसके साथ ही कापी किताब भी खरीदीं जा रही हैं। स्टेशनरी की दुकानों पर तरह तरह के प्रोजेक्ट बनाने के लिए सामग्री विद्यार्थी खरीद रहे हैं।

सात दिन के नाश्ते का मैन्यू तैयार

बच्चों के स्कूल खुलने के साथ ही उनके नाश्ते का मैन्यू भी तैयार हो गया है। किस दिन टिफिन में क्या जाएगा यह तैयारी मां ने घर पर कर ली है। क्योंकि हर दिन अलग अलग नाश्ता टिफिन में जाएगा जिसमें दो बातों का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। एक तो यह कि भोजन स्वादिष्ट होने के साथ बच्चे की पसंद का हो और दूसरा स्कूल के नियमानुसार हो।

घर में एक मां के लिए बच्चों का टिफिन तैयार करना बड़ी चुनौती है। गृहणी लेखा बनवारिया का कहना है कि स्कूल खुलने के साथ ही बच्चों को तैयार करना,उनका टिफिन तैयार करने से लेकर आने पर उनकी खाने पीने की व्यवस्था करने की बढ़ी जिम्मेदारी होती है जिसे हर मां खुशी खुशी निभाती भी है।

2024-06-30T07:21:48Z dg43tfdfdgfd