RAISEN LIQUOR FACTORY: रायसेन की शराब फैक्ट्री में बाल श्रमिक मिलने पर सीएम की कार्रवाई, जिला आबकारी अधिकारी सहित चार निलंबित

राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। रायसेन जिले में सेहतगंज स्थित सोम डिस्टलरी में बच्चों से प्रबंधन द्वारा शराब की भरवाने का काम कराए जाने पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कड़ी नाराजगी जताई। उनके निर्देश पर प्राथमिक रूप से गंभीर लापरवाही एवं पर्यवेक्षण में शिथिलता मानते हुए प्रभारी जिला आबकारी अधिकारी कन्हैया लाल अतुलकर, आबकारी उप निरीक्षक प्रीति उइके, शेफाली शर्मा औ मुकेश श्रीवास्तव आबकारी को निलंबित किया गया है।

सोशल मीडिया एक्स पर मुख्यमंत्री ने लिखा है कि यह मामला बेहद गंभीर है। श्रम, आबकारी और पुलिस विभाग के अधिकारियों से रिपोर्ट मिलने के बाद समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। दोषियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

कानूनगो का आरोप- गायब कर दिए गए बच्चे

शराब फैक्ट्री में रेस्क्यू किए गए बच्चों को प्रशासन और शराब कंपनी के मालिक ने मिलकर गायब करा दिया है। यह आरोप बाल आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने लगाया है। शनिवार देर रात दिए बयान में कानूनगो ने कहा कि बच्चों को साढ़े तीन बजे रेस्क्यू किया गया और पुलिस को फैक्ट्री मालिक पर कार्रवाई के लिए आवेदन दिया, लेकिन साढ़े सात बजे तक कोई जिम्मेदार अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा।

एसडीएम के समक्ष बच्चों के बयान होने थे, वो भी नहीं लिए गए। फैक्ट्री वालों ने मौजूदा प्रशासनिक अमले के साथ मिलकर बच्चो को गायब करा दिया। फिलहाल की स्थिति में बच्चे लापता है, वो कहां गए किसी को नहीं पता। अब बाद में यह कह दिया जाएगा कि वे सारे बच्चे तो बालिग थे। कानूनगो ने कहा कि अब इन लोगों पर भी एफआईआर दर्ज कराएंगे। जिन्होंने शराब फैक्ट्री मालिक से मिलकर बच्चों को गायब कराया है।

2024-06-15T20:42:00Z dg43tfdfdgfd