NAIDUNIA GROUND REPORT: 10 बजे दफ्तर: पहले ही दिन आदेश हवा में

नईदुनिया टीम, ग्वालियर। सरकार के अफसर हों या बाबू सुबह 10 बजे दफ्तर आने कोई तैयार नहीं है। यही कारण है कि सीएम के निर्देश पर बुधवार को सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी शासकीय विभागों के लिए सुबह 10 से शाम छह बजे तक के समय का पालन कराने के लिए चिंता जताकर नया आदेश जारी किया तो इसके बावजूद गुरुवार को अधिकतर जगह अपर कलेक्टर-एसडीएम और जिला पंचायत सीईओ जैसे अफसर निर्धारित समय पर आफिस नहीं पहुंचे।

कुछ जगह कलेक्टर की मौजूदगी दिखी पर स्टाफ नदारद था। नईदुनिया ने जब ग्वालियर चंबल से लेकर बुंदेलखंड तक के जिलों में सरकारी आफिसों की आन द स्पाट पड़ताल की तो सामने आया कि अफसरी-बाबूगिरी मनमाफिक हो रही है। जनता खुद ज्यादा समय लेकर आए और पहले इनका इंतजार करे तब काम आगे हो पाए। कई दफ्तरों में 11 बजे तक ताले ही नहीं खुले थे।

यह आदेश

कोरोना काल में प्रदेश में पांच दिवस कार्यालय लगाने की व्यवस्था के साथ अप्रैल 2021 से कार्यालयीन समय सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक निर्धारित है, लेकिन उसका पालन नहीं हो रहा है। इसी अव्यवस्था को गंभीरता से लेते हुए सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से सभी विभागाध्यक्ष, कलेक्टर और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे कार्यालयीन समय अवधि का पालन कराएं। यह आदेश गुरुवार के बेअसर दिखा।

ग्वालियर चंबल और बुंदेलखंड के जिलों में यह रहा हाल

  • कलेक्टर रुचिका चौहान अवकाश पर हैं, प्रभार नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह पर हैं, जो 10 बजे कार्यालय नहीं पहुंचे थे। जिला पंचायत सीईओ विवेक कुमार से लेकर निगम के उपायुक्त कार्यालयों में नहीं थे। एसडीएम भी नहीं मिले। महिला बाल विकास व अन्य विभागों में भी यही हाल था।
  • मुरैना: चंबल संभाग आयुक्त साढ़े 11 बजे तक दफ्तर नहीं आए, इसलिए कार्यालय का स्टाफ भी 11 बजे के बाद आया। प्रभारी कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ डा. इच्छित गढ़पाले सुबह 10 बजे कलेक्ट्रेट पहुंच गए। महिला एवं बाल विकास, आपूर्ति विभाग, खनिज विभाग में देर से अधिकारी पहुंचे।
  • भिंड: कलेक्टर शहर के वार्डों में जलभराव की स्थिति को लेकर निरीक्षण कर रहे थे। सुबह 10.05 बजे अपर कलेक्टर एलके पांडेय का आफिस तो खुला था, लेकिन वह पहुंचे नहीं थे। एसडीएम अखिलेश शर्मा, जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी मनोज वाष्णेय, भू अभिलेख अधिकारी मोहम्मद रज्जाक खान भी समय पर नहीं पहुंचे। जनपदों में भी यही हाल दिखा।
  • शिवपुरी: दस बजे कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी सहित अपर कलेक्टर दिनेश चंद्र शुक्ला कार्यालय पहुंच गए। पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कार्यालय की सहायक संचालक निकिता तांब्रे , ज्वाइंट कलेक्टर डा. युनूस कुर्रेशी, डिप्टी कलेक्टर उमेश कौरव, डिप्टी कलेक्टर ममता शाक्य के केबिन पर ताले मिले।
  • श्योपुर: कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ व एसपी अभिषेक आनंद विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर का दौरा होने के कारण विजयपुर गए थे। डिप्टी कलेक्टर, एसडीएम स्तर के अधिकारी नदारद दिखे। न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी भी नहीं पहुंचे।
  • दतिया: सुबह 10 बजे कलेक्टर संदीप माकिन कार्यालय नहीं पहुंच सके। बताया गया कि वह बंगले पर जनपद सीईओ व अन्य अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। अपर कलेक्टर कमलेश भार्गव, एडीएम विनोद भार्गव, संयुक्त कलेक्टर बृजबिहारी श्रीवास्तव आफिस में मिले।
  • छतरपुर: कलेक्टर, एसडीएम व एडीएम कार्यालयीन समय को लेकर सचेत थे पर खनिज अधिकारी से लेकर एडिशनल जिपं सीईओ स्तर के अधिकारियों को देर से आने की आदत नहीं छूटी थी।
  • टीकमगढ़: कलेक्टर अवधेश शर्मा समय पर कार्यालय पहुंचे पर इसके अलावा एक भी विभाग का अधिकारी नहीं पहुंचा।

सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से कार्यालयीन समय सुबह 10 बजे से शाम छह बजे के पालन को लेकर आदेश जारी किया गया है। सभी विभाग इसका पालन सुनिश्चित करेंगे। जिलों के अधिकारियों को इसका पालन सुनिश्चित कराना होगा जिससे कर्मचारी भी समय पर कार्यालय में आएं। इसके पूर्ण पालन में थोड़ा समय भी लग सकता है। मानीटरिंग आवश्यक है। अक्षय कुमार सिंह, अपर सचिव, सामान्य प्रशासन विभाग,मप्र

2024-06-28T02:58:00Z dg43tfdfdgfd