IGI ROOF COLLAPSE : 2009 में उद्घाटन के तीन माह बाद ही क्षतिग्रस्त हो गई थी छत, मंत्री बोले- न करें सिसायत

इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के टर्मिनल-1 की छत अगस्त, 2009 में उद्घाटन के तीन महीने बाद ही भारी बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हो गई थी। इस घटना की नागर विमानन मंत्रालय ने जांच के आदेश भी दिए थे। कांग्रेस की ओर से एनडीए सरकार की घेराबंदी के बीच भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कांग्रेस को ही कठघरे में खड़ा कर दिया। 

उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 का जो हिस्सा ढह गया, वह 2009 में खोला गया था, जब कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सत्ता में थी। उन दिनों गुणवत्ता जांच की कोई अवधारणा नहीं थी और जो भी सत्तारूढ़ कांग्रेस को सबसे बड़ी रिश्वत भेजता था, उसे ठेके दे दिए जाते थे।

 उन्होंने कहा, उस समय की सुपर पीएम सोनिया गांधी को इस पर जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा, पहली जांच का आदेश 2009 में ही दिया गया था, जब यह बारिश का सामना नहीं कर पाई थी, दूसरी जांच 2013 में की गई थी। यह यूपीए शासन के दौरान हुआ था। उन्होंने  उस समय प्रकाशित खबरों के लिंक भी साझा किए।

मृतक के परिजनों को 20 लाख मुआवजा, सभी एयरपोर्ट की जांच : केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने हादसे में जान गंवाने वाले व्यक्ति के परिजनों को 20 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। घायलों को 3-3 लाख रुपये की मदद मिलेगी। आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचे उड्डयन मंत्री ने कहा कि हादसे को सरकार ने गंभीरता से लिया है। पूरे देश में जितने भी एयरपोर्ट हैं, हम उन सभी की फिर से जांच करेंगे। इससे भविष्य में इस तरह के हादसे को रोका जा सकेगा।

हादसे के चलते न बढ़े किराया

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सभी एयरलाइंस से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि हादसे के बाद कारण टर्मिनल-1 से सेवा निलंबित करने के चलते दिल्ली आने-जाने वाले हवाई किराए में असामान्य वृद्धि न हो। 

उड्डयन मंत्री बोले- हादसे पर सियासत न करें

दिल्ली हवाईअड्डे टी-1 पर छत गिरने की घटना पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने कहा कि दुख की बात है कि इस घटना में एक जान चली गई। हम मृतक के पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देंगे। सभी घायलों को 3-3 लाख रुपये दिये जाएंगे। मुझे थोड़ा आश्चर्य है कि विपक्ष इस तरह के मुद्दे पर यह कहकर राजनीति करना चाहता है कि यह एक टर्मिनल है जिसका उद्घाटन पीएम मोदी ने किया है लेकिन यह फर्जी खबर है जो वे फैला रहे हैं। मोदी ने दूसरे टर्मिनल में एक इमारत का उद्घाटन किया और वह बरकरार है। जिस इमारत की छत गिरी वह एक पुरानी इमारत है जिसका उद्घाटन 2009 में किया गया था। यह 15 साल पुरानी इमारत है। इस स्थिति का उपयोग सरकार पर कटाक्ष करने के लिए किया जा रहा है। कोई अच्छी बात नहीं। 

2024-06-29T01:10:26Z dg43tfdfdgfd