नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। महापौर डा. शोभा सिकरवार की अध्यक्षता में गुरुवार को आयोजित मेयर इन काउंसिल (एमआइसी) की बैठक में ककैटो-पेहसारी से 2300 एमसीएफटी पानी लिफ्ट कर फीडिंग कैनाल के माध्यम से तिघरा तक लाने के लिए 18.15 करोड़ रुपये के बजट को स्वीकृति दे दी गई। एमआइसी की स्वीकृति मिलने के बाद अब जल संसाधन विभाग द्वारा आगामी पांच जुलाई के बाद इस कार्य का टेंडर खोला जा सकेगा।
वहीं बैठक में सात प्रस्तावों को स्वीकृति दी गई। बैठक के दौरान एमआइसी सदस्य अवधेश कौरव ने एक साल की संविदा नियुक्ति पर पदस्थ अधीक्षण यंत्री डा. अतिबल सिंह यादव और कार्यालय अधीक्षक राजस्व लोकेंद्र सिंह चौहान द्वारा गड़बड़ियां करने की बात कही, जिस पर महापौर ने चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित करने के आदेश दे दिए।
बाल भवन स्थित टीएलसी कक्ष में आयोजित बैठक में एमआइसी सदस्य अवधेश कौरव ने कहा कि एमआइसी ने अधीक्षण यंत्री अतिबल सिंह यादव की एक साल के लिए संविदा नियुक्ति की स्वीकृति दी थी, लेकिन अब उनके खिलाफ कई शिकायतें आ रही हैं। ऐसे में जरूरी है कि एक कमेटी इन शिकायतों की जांच करे। वहीं कार्यालय अधीक्षक राजस्व लोकेंद्र सिंह चौहान की भी शिकायत है कि उन्होंने कंपू में सरकारी स्कूल की जमीन को निगम के स्वामित्व की बताकर उसकी रजिस्ट्री कर दी है।
इन शिकायतों की जांच भी जरूरी है। इस पर महापौर ने निर्देश दिए कि जल्द ही चार सदस्यीय समिति का गठन कर जांच की जाए। बैठक में मेयर इन काउंसिल सदस्य नाथूराम ठेकेदार, विनोद माठू यादव, गायत्री मंडेलिया, उपासना यादव, संध्या कुशवाह, मोनिका शर्मा, शकील मंसूरी, नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह, अपर आयुक्त आरके श्रीवास्तव, विजय राज, मुनीश सिंह सिकरवार, अपर आयुक्त वित्त रजनी शुक्ला आदि मौजूद थे।