BIHAR: MLC से लेकर पत्रकार, EOU ने तैयार की बिहार के 55 बालू माफियाओं की लिस्ट

पटना. बिहार में बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश में माफियाओं पर लगाम लगाने के लिए विशेष रणनीति बनाकर काम करने का निर्देश दिया था. इसके बाद से ही बिहार सरकार ने सूबे से माफिया राज को खत्म करने का संकल्प ले रखा है. इसी के तहत बिहार में खासतौर पर बालू माफियाओं के खिलाफ सरकार ने एक्शन प्लान तैयार किया है. बिहार सरकार ने माफियाओं पर लगाम लगाने के लिए आर्थिक अपराध इकाई (EOU) को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गयी है. आर्थिक अपराध इकाई ने कार्रवाई करते हुए बालू के अवैध कारोबार में संलिप्त 55 लोगों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. बालू माफियाओं की इस 55 लोगों की इस लिस्ट में एमएलसी (MLC), पत्रकार, सफेदपोश और कई बड़े नाम शामिल हैं.

जानकारी के अनुसार पहले चरण में 13 जिलों के 55 कारोबारी पर शिकंजा करने का प्लान तैयार किया गया है. आर्थिक अपराधी इकाई सभी 13 जिलों के 55 बालू माफियाओं पर कार्रवाई के मूड में है. संबंधित जिलों से इन माफियाओं के बारे में रिपोर्ट मांगी गयी है. आर्थिक अपराध इकाई ने जो सूची तैयार की है उसमें पटना जिला के 13 बालू माफिया हैं जबकि भोजपुर जिले के 9 बालू माफिया, औरंगाबाद के 9, सारण के 8, रोहतास के 8, जहानाबाद के 1 और बांका के 3 बालू माफियायों के नाम हैं.

पटना में सबसे अधिक बालू माफिया

इन बालू माफियाओं से संबंधित विस्तृत आर्थिक रिपोर्ट आर्थिक अपराध इकाई के कार्यालय में पहुंच चुकी है. पटना पुलिस प्रशासन आरती का प्राधिकारी द्वारा तैयार की गई. सूची में सबसे ज्यादा पटना से 13 बालू माफिया है. पटना पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों का कहना है कि पुलिस बालू के अवैध खनन को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. अधिकारियों ने कहा है कि बालू माफिया पर अंकुश लगाना पुलिस की प्राथमिकता भी है.

बालू के अवैध खनन पर लगेगी रोक!

पहले चरण में इन बालू माफियाओं पर कार्रवाई के बाद आने वाले दिनों में कई और बालू माफियाओं पर शिकंजा कसने का प्लान तैयार किया जा रहा है. निश्चित तौर पर बालू माफियाओं पर अंकुश लगाने के लिए सरकार जिस कदर कुछ संकल्प दिखती है वैसे में राज्य में बालू के अवैध खनन को रोकने के लिए तैयार ब्लूप्रिंट बड़े पैमाने पर बालू की अवैध खनन को रोक सकेगा.

2024-06-30T05:40:47Z dg43tfdfdgfd