हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़, 60 श्रद्धालुओं की मौत

उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 60 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है.

हाथरस के पुलिस अधीक्षक निपुण अग्रवाल ने इसकी पुष्टि करते हुए बीबीसी संवाददाता दिलनवाज़ पाशा को बताया कि इस हादसे में क़रीब 60 लोगों की मौत हुई है और 18 घायल हैं.

इससे पहले एटा के एसएसपी राजेश कुमार सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत में 27 लोगों के मारे जाने की जानकारी दी थी.

उन्होंने पत्रकारों से कहा था, "एक दुखद घटना हुई है, हाथरस जनपद में सिकंद्राराऊ के पास मुगलगढ़ी गांव में भोले बाबा का कार्यक्रम चल रहा था, भगदड़ के कारण लोगों की मौतें हुई हैं. हमारे यहां एटा के अस्पताल में 27 शव आए हैं जिनमें 23 महिलाएं, तीन बच्चे और एक पुरुष का शव है. घायल अभी नहीं पहुंचे हैं."

एटा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) उमेश कुमार त्रिपाठी ने भी मीडिया से बातचीत में बताया था कि, "अभी तक 27 शव पोस्टमॉर्टम के लिए पहुंचे हैं, जिनमें दो 25 महिलाएं और दो पुरुष हैं. कई घायलों को भी भर्ती कराया गया है. जांच के बाद आगे की जानकारी दी जाएगी."

उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच के मुताबिक, धार्मिक आयोजन के दौरान भगदड़ के कारण ये घटना घटी है.

मुख्यमंत्री योगी ने क्या कहा

सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर यूपी सीएमओ ने एक बयान जारी करके हाथरस में हुए हादसे में मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है.

मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "मुख्यमंत्री ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है. उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उनके समुचित उपचार और मौके पर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं."

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक्स हैंडल से जारी बयान में कहा गया है, "जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं. संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं."

"उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी जी, संदीप सिंह जी घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं तथा प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को घटना स्थल पर पहुंचने हेतु निर्देशित किया है. एडीजी, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें."

इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री संदीप सिंह ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, ''मुख्यमंत्री ने हमें हाथरस में घटनास्थल पर जाने और सरकार की तरफ़ से ज़रूरी फ़ैसले लेने का निर्देश दिया है. मृतकों की संख्या लगातार बढ़ रही है.''

सिकंद्राराऊ ट्रामा सेंटर

सिकंद्राराऊ ट्रामा सेंटर पर घायलों को पहुंचाया जा रहा है.

बीबीसी के सहयोगी पत्रकार धर्मेंद्र चौधरी ने ट्रॉमा सेंटर से कुछ वीडियो भेजे हैं जिनमें परिजन आक्रोश जताते साफ़ देखे जा सकते हैं.

ट्रॉमा सेंटर पर मौजूद पीड़ितों के एक परिजन ने कहा, "इतना बड़ा हादसा हो गया है लेकिन एक भी सीनियर अधिकारी यहां मौजूद नहीं है. भोले बाबा को किसने यहां इतना बड़ा कार्यक्रम करने की परमिशन दी थी. प्रशासन कहां है?"

घायलों और मृतकों को ट्रॉमा सेंटर पर ट्रकों, टैंपो और एंबुलेंस में लाया गया.

वीडियो में ट्रॉमा सेंटर के बाहर महिलाओं के शवों को फ़र्श पर लिटाये हुए देखा जा सकता हैं.

ट्रॉमा सेंटर के बाहर अफ़रातफ़री का माहौल है और लोग अपने प्रियजनों की तलाश में वहां पहुंच रहे हैं.

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