बस्तर में टला बड़ा हादसा! इंद्रावती नदी के तेज बहाव में फंसे 3 युवक, देर रात SDRF की टीम ने किया रेस्क्यू

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बस्तर में लगातार हो रही बारिश से इंद्रावती नदी इन दिनों उफान पर है. इससे चित्रकोट वाटरफॉल का नजारा भी काफी खूबसूरत हो गया है. ऐसे में इसे देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं. वहीं चित्रकोट वॉटरफॉल से करीब तीन किलोमीटर पहले मिनी गोआ कहे जाने वाले इंद्रावती नदी के तट पर मौजूद पिकनिक स्पॉट पर भी बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं.

इस बीच मंगलवार (2 जुलाई) की देर शाम यहां घूमने आए दोस्तों के ग्रुप में एक युवक नदी के तेज बहाव में फंस गया. अचानक इंद्रावती का जलस्तर बढ़ जाने से इस तेज बहाव से निकलना युवक के लिए मुश्किल हो गया. हालांकि, यहां मौजूद एक टापू पर युवक काफी देर तक खड़ा रहा, जिसके बाद उसकी जान बचाने के लिए दो अन्य युवक भी इंद्रावती नदी में कूद गए, लेकिन यह दोनों भी नदी के तेज बहाव में फंस गए.

स्थानीय लोगों ने दी पुलिस को सूचना

वहीं जानकारी मिलने के बाद आसपास के स्थानीय लोग युवकों को निकालने की काफी कोशिश करते रहे, लेकिन इंद्रावती नदी उफान में होने के चलते इन युवकों को नहीं निकाला जा सका. इसके बाद इसकी सूचना चित्रकोट पुलिस चौकी में दी गई और पुलिस चौकी के द्वारा एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया. इसके बाद जगदलपुर से एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और मंगलवार की देर रात रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. 

टीम के जवानों ने  मोटर बोट और अन्य उपकरणों की मदद से जैसे-तैसे तीनों युवकों को रेस्क्यू किया. फिलहाल तीनों युवक सुरक्षित हैं. दरअसल लोनावला में जिस तरह एक परिवार वाटरफॉल के तेज बहाव में बह गया और हादसे का शिकार हो गया. इसे देखते हुए बस्तर जिला प्रशासन ने भी सभी वॉटरफॉल में अलर्ट जारी किया है. हालांकि, इंद्रावती तट से लगे कई ऐसे इलाके हैं जहां प्रसिद्ध वॉटरफॉल के साथ-साथ इन इलाकों में भी पर्यटकों की भीड़ देखी जाती है. इसमें तीर्था और मिनी गोवा में बड़ी संख्या में पर्यटकों की भीड़ लग रही है.

हालांकि, प्रशासन द्वारा अब तक इस क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित नहीं किया गया है, लेकिन बावजूद इसके बड़ी संख्या में पर्यटक चित्रकोट वॉटरफॉल घूमने के बाद इस मिनी गोआ के नाम से मशहूर पिकनिक स्पॉट पर पहुंच रहे हैं. मंगलवार की देर शाम नितेश कुमार कुर्रे नाम का एक युवक नदी में नहाते-नहाते तेज बहाव में बह गया और जैसे-तैसे टापू को पकड़ कर अपनी जान बचाई.

कड़ी मशक्कत के बाद SDRF ने किया रेस्क्यू

इधर बीच मझधार में फंसे युवक को बचाने के लिए अन्य दो युवक चेतन बघेल और लखेश्वर बघेल ने भी नदी में छलांग लगा दी और यह भी इस तेज बहाव में फंस गए. सूचना मिलने के बाद SDRF की टीम ने घंटों मशक्कत कर इन तीनों युवकों को सुरक्षित बचा लिया. SDRF टीम के प्रभारी ने बताया कि जानकारी मिलने के बाद तुरंत एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और काफी देर तक सर्चिंग अभियान चलाया गया. 

रात होने की वजह से सर्च लाइट की मदद से आसपास नदी के तरफ सर्च अभियान चलाया गया. अंधेरे के साथ पथरीला रास्ता, जंगल झाड़ी होने के कारण टीम को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, लेकिन जवानों के द्वारा तीनों युवकों को सुरक्षित रेस्क्यू कर बाहर निकाल लिया गया. गौरतलब है कि बस्तर जिले में आधा दर्जन से अधिक प्रसिद्ध वॉटरफॉल है, जहां मानसून के मौसम में बड़ी संख्या में पर्यटकों की भीड़ होती है. 

हालांकि, कई पर्यटन स्थलों में अभी भी सुरक्षा के इंतजाम नहीं है न ही यहां पर रेलिंग लगाए गए हैं. ऐसे में जानकारी के अभाव में पर्यटक इन इलाकों में फंस कर कई बार अपनी जान गंवा बैठे हैं. फिलहाल बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम इन इलाकों में और अन्य पर्यटन स्थलों में सुरक्षा गार्ड तैनात करने की बात कही है.

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