SUNITA WILLIAMS के स्पेस में फंसने से लाखों प्रसंशकों की सांसें थमीं? धरती पर वापसी की कितनी संभावना

New Delhi: भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के साथ अंतरिक्ष में गए बोइंग के नए अंतरिक्ष कैप्सूल में तकनीकी खराबी आ गई, जिसके कारण नासा को उनकी वापसी में देरी करनी पड़ी।

अनुभवी नासा टेस्ट पायलट विलियम्स और विल्मोर, जिन्होंने 5 जून को बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल को लॉन्च किया था, उन्हें एक या दो सप्ताह में लौटने का कार्यक्रम था, लेकिन उनका अब तीसरे सप्ताह में भी उनका लौटना मुश्किल हो गया है। आपको बता दें कि उनकी वापसी को नासा ने यह कहते हुए रोक दिया था कि वह अंतरिक्ष यान सिस्टम में समस्याओं को समझने के लिए अधिक समय चाहता है, जिसका उपयोग उड़ान में पैंतरेबाजी के लिए किया जाता है।

ऐसे बढ़ाई गई तारीखें

एक्स पर पोस्ट करते हुए नासा ने कहा था, “नासा और बोइंग स्पेस टीमों ने एजेंसी के बोइंग क्रू फ्लाइट टेस्ट के लिए मंगलवार, 18 जून से पहले वापसी की तारीख तय की है। कक्षा में अतिरिक्त समय चालक दल को गुरुवार, 13 जून को स्पेसवॉक करने की अनुमति देगा, जबकि इंजीनियर स्टारलाइनर सिस्टम चेकआउट पूरा करेंगे।“

उनकी वापसी की तारीख फिर से बढ़ाकर 26 जून कर दी गई। अब यह स्पष्ट नहीं है कि अंतरिक्ष यात्री धरती पर वापस आने का प्रयास कब करेंगे। आपको बता दें कि अपनी पहली यात्रा में बोइंग स्टारलाइनर को कई गड़बड़ियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसके कारण पहले दो बार इसकी लॉन्चिंग में देरी हुई थी। लगातार हो रही देरी ने चिंताएं बढ़ा दी हैं, लेकिन जो चीज उनकी परेशानियों को बढ़ा रही हैं वह यह आरोप है कि अंतरिक्ष यान की समस्याओं के बारे में पहले से ही पता था। इसके बावजूद अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस में भेजा गया।

 

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