GWALIOR PHE SCAM: 74 और नाम बढ़ना तय, कलेक्टर ने भी लगा दी मुहर

नईदुनिया प्रतिनिधि,ग्वालियर। 84 करोड़ रूपए के पीएचई घोटाले की जांच रिपोर्ट पर सोमवार का कलेक्टर रुचिका चौहान ने मुहर लगा दी। एडीएम टीएन सिंह को संयुक्त संचालक कोष लेखा की जांच रिपोर्ट अध्ययन के लिए भेजी गई थी जिसे कलेक्टर को सौंपने के बाद आगे बढ़ा दिया गया। अब पीएचई घोटाले में 74 और आरोपितों के नाम क्राइम ब्रांच की एफआइआर में बढ़ना तय हो गया है।

कलेक्टर ने पूरी जांच रिपोर्ट देखने के बाद पाया कि अलग अलग बिंदुओं पर हुई जांच ठीक है। वहीं इस मामले में जो 2011 के डीडीओ पदस्थ रहते आए उनकी प्रोसिजर त्रुटि मानते हुए भोपाल से ट्रेजरी विभाग उनकी जांच करेगा। विभाग में बिल आते गए और डीडीओ पास करते गए, यह बिंदु भी जांच रिपोर्ट में प्रमुखता से शामिल किया गया है। कलेक्टर कार्यालय से रिपोर्ट को पुलिस के लिए भेज दिया गया है।

अब इस मामले में लगभग 150 आरोपित हो जाएंगे। बता दें कि पीएचई में खरीदी व वेतन के नाम पर बड़ा घोटाला सामने आया था जिसकी जांच पड़ताल की गई तो यह घोटाला 84 करोड़ तक पहुंच गया। इस मामले में पुलिस भी एफआइआर दर्ज कर चुकी है जिसमें जांच जारी है। पीएचई विभाग की भूमिका कटघरे में आई जिसमें डीडीओ से लेकर तत्कालीन अधिकारियों ने काफी पैसा निकाला लेकिन काम कुछ नहीं हुए। यहां तक कि कोर्ट केसों का भी पैसा निकाल लिया गया था।

इस मामले में संयुक्त संचालक कोष लेखा की ओर से प्राथमिक रिपोर्ट दी गई थी जिसके आधार पर एफआइआर कराई। अब अंतरिम रिपोर्ट हाल ही में कलेक्टर रुचिका चौहान को सौंपी गई है जिसके बाद एडीएम को रिपोर्ट भेजी गई थी। पीएचई में खरीदी का मामला 2018 से नहीं बल्कि पहले से चल रहा था यही कारण है कि इस मामले में कई और डीडीओ भी नपेंगे।

पीएचई घोटाले की जांच रिपोर्ट में सभी बिंदुओं को देख लिया गया है और इसमें 74 नाम और बढ़ेंगे। इस रिपोर्ट को आगे बढ़ा दिया गया है और अब एफआइआर की जाएगी। डीडीओ जो पूर्व में पदस्थ रहे उनकी विभाग जांच करेगा। -रुचिका चौहान, कलेक्टर।

2024-07-02T04:29:15Z dg43tfdfdgfd