GWALIOR ELECTRICITY NEWS: चिरवाई, गिरवाई, शिवपुरी लिंक रोड के क्षेत्र हाईरिस्क जोन में

नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। हाईटेंशन लाइन के नजदीक बेतरतीब निर्माण खतरनाक साबित हो रहे हैं। ऐसे में पिछली घटनाओं को देखते हुए कंपनी ने इनके खिलाफ अभियान शुरू किया है। इसके तहत हाईटेंशन लाइन के नजदीक हुए निर्माण का सर्वे कराया गया है। ग्वालियर में कराए गए सर्वे में चिरवाई नाका, गिरवाई नाका, शिवपुरी लिंक रोड पर 132 केवी लाइन के नजदीक बेतरतीब निर्माण करना पाया गया है।

सर्वे के साथ ही निर्माण करने वालों को नोटिस दिए गए हैं। नोटिस के बाद कंपनी की योजना इन निर्माणों को ध्वस्त कराने की है। सर्वे के दौरान अड़ूपुरा रौरा मार्ग से क्लीयरेंस कम होने के चलते मध्यप्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण परियोजना क्रियान्वयन इकाई को भी एमपी ट्रांसको कंपनी ने नोटिस थमाया है। हाइटेंशन लाइन के पास हो रहे निर्माणों की वजह से हर वर्ष ट्रिपिंग के मामले बढ़ते जा रहे हैं।

कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि ट्रिपिंग के मामले बढ़ने की वजह लाइन के नजदीक बनाए जाने वाले निर्माण हैं। निर्माण की वजह से लाइन में अवरोध उत्पन्न होता है। इनके ऊपर जाने वाले व्यक्तियों को दुर्घटनाओं का शिकार होना पड़ता है। कुछ मामले में लोगों की जान तक चली गई है।

ये हैं हाईटेंशन लाइनों के नियम और खतरे

  • 132 केवी एचटी लाइन के 23 मीटर की दूरी पर मकान बनें।
  • 220 केवी एचटी लाइन के 35 मीटर दूर घर बनें।
  • 23 से 35 मीटर की दूरी से भी झुलसने का डर।

ग्वालियर में भी कार्रवाई की जाएगी

नियम विरुद्ध बनाए गए खतरनाक और जोखिम भरे निर्माण को हटाने की कार्रवाई नागरिकों व प्रशासन का सहयोग लेकर की जा रही है। इससे निर्धारित मापदंडों को नजर अंदाज कर होने वाले निर्माण को ट्रांसमिशन लाइनों के संपर्क एवं इंडक्शन जोन में आने के कारण होने वाली जनधन हानि को टाला जा सके। उज्जैन, भोपाल, इंदौर, जबलपुर के बाद अब ग्वालियर में भी कार्रवाई की जाएगी।-इंजीनियर सुनील तिवारी, प्रबंध संचालक, एमपी ट्रांसको, जबलपुर।

2024-07-02T05:14:25Z dg43tfdfdgfd