FORENSIC OFFICERS RECRUITMENT: नए कानूनों के पालन में फॉरेंसिक अधिकारियों की भर्ती होगी बड़ी चुनौती

राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। देशभर में 1 जुलाई से 3 नए कानून लागू हो गए हैं। इसमें यह भी प्रावधान है कि 7 वर्ष से अधिक सजा वाले अपराध में फोरेंसिक टीम मौके पर जाएगी। मगर प्रदेश में पहले से ही फारेंसिक अधिकारियों की कमी है। नए पद सृजित करने और भरने की प्रक्रिया शासन स्तर पर जल्द शुरू होने वाली है, इसमें लगभग 6 माह लग जाएंगे।

तब तक नियमानुसार फॉरेंसिक टीम को मौके पर भेजना चुनौती होगी। हालांकि, केंद्र ने अभी फारेंसिक टीम भेजने की अनिवार्यता नहीं की है। इसके लिए 5 वर्ष का समय सभी राज्यों को दिया है। प्रदेश में पहले से ही 35 हजार से अधिक सैंपल फॉरेंसिक जांच के लिए पड़े हैं। इस कारण लोगों को न्याय मिलने में देरी हो रही है।

पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों ने बताया के प्रदेश की अलग-अलग फॉरेंसिक लैब में वैज्ञानिक अधिकारियों के 299 पद स्वीकृत हैं। इनमें 140 ही कार्यरत हैं। यानी 53 पद रिक्त हैं। वैज्ञानिक अधिकारियों की कमी के चलते मौके पर जांच के लिए प्रदेश में 17 वैज्ञानिक अधिकारियों को ही लगाया गया है।

35 हजार से ज्यादा सैंपलों की जांच अटकी

इस तरह से दो से तीन जिलों के बीच एक वैज्ञानिक अधिकारी है। ऐसे में वह बड़ी घटनाओं में ही मौके पर पहुंच पाते हैं। सप्ताह में एक या दो दिन उनका न्यायालयों में पेशी में जाता है। 35 हजार से अधिक सैंपलों की जांच अटकने के कारण शेष वैज्ञानिक अधिकारियों को लैब में लगाया गया है।

508 पदों की स्वीकृति

सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैब के अधिकारियों ने बताया कि कुछ वैज्ञानिक अधिकारी और अन्य मिलाकर 876 पद स्वीकृति के लिए शासन को भेजे गए थे, इनमें 508 की स्वीकृति मिल चुकी है। अब इन पदों पर भर्ती की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि अभी प्रदेश में पांच फारेंसिक साइंस लैब संचालित हो रही हैं। इसी वर्ष अगस्त तक तीन और लैब शुरू होने से जांच की गति बढ़ जाएगी।

2024-07-02T14:00:51Z dg43tfdfdgfd