मुंबई में बीते गुरुवार को हत्या की एक घटना से पूरा देश दहल गया. 56 साल के मनोज साने ने अपनी 32 साल की लिव इन पार्टनर सरस्वती वैद्य की हत्या की. हत्या करने के बाद सरस्वती के शव के कई टुकड़े कर डाले. मनोज पर सरस्वती के शरीर के कुछ टुकड़ों को उबालने का भी आरोप है. इस केस में रोज़ नए खुलासे हो रहे हैं. मृतक की बहनों ने पुलिस के पास बयान दर्ज किया है.
The Indian Express की रिपोर्ट के अनुसार सरस्वती ने 10वीं के बाद स्कूल की पढ़ाई छोड़ दी थी. एक पुलिस अफ़सर ने बताया कि मनोज 10वीं की पढ़ाई में सरस्वती की मदद कर रहा था. पुलिस ने बताया, 'वो 10वीं की परीक्षा फिर से देने वाली थी. साने उसे मैथ्स पढ़ाता था. हमें ये क्लेम सच लग रहा है क्योंकि फ़्लैट की एक दीवार पर टीचींग बोर्ड लगा था. उस पर गणित के प्रश्न हल किए गए थे.'
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मनोज और सरस्वती शादी-शुदा थे. Hindustan Times की रिपोर्ट के अनुसार, सरस्वती वैद्य ने अलग-अलग लोगों को मनोज और अपने रिश्ते की अलग कहानी बताई थी. उसने अपनी बहनों को बताया कि मनोज और उसने मंदिर में शादी कर ली है. कुछ जान-पहचान वालों को सरस्वती ने बताया कि मनोज उसका मामा है. गौरतलब है कि पुलिस को अभी तक शादी के कोई सबूत नहीं मिले हैं.
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस पूछताछ के दौरान मनोज ने बताया कि वो HIV+ है. उसका दावा है कि उसके और सरस्वती के बीच शारीरिक संबंध नहीं थे. मीरा-भयांदर, वसई विरार कमिश्नरेट के कमिश्नर ऑफ पुलिस जयंत बाजबले ने बताया, 'कपल ने शादी रेजिस्टर नहीं करवाई थी. लेकिन मंदिर में रीति-रिवाज से शादी की थी.' कमिश्नर बाजबले ने बहनों के स्टेटमेंट के आधार पर ही ये बात बताई.
सरस्वती वैद्य और उसकी तीन बहनों की मां की मौत के बाद पिता ने बेसहारा छोड़ दिया था. सरस्वती ने 10वीं तक की पढ़ाई अहमदनगर के एक अनाथालय में की. जब वो 18 साल की हुई तो रिश्तेदारों के साथ रहने के लिए मुंबई आ गई. यहीं मनोज और सरस्वती की मुलाकात हुई. मनोज ने उसे सेल्सगर्ल की नौकरी दिलाने में मदद की.
मनोज साने से पूछ-ताछ के दौरान पुलिस को मृतक के परिजनों के बारे में जानकारी मिली. The Times of India की रिपोर्ट के अनुसार, मृतक की बहनों ने पुलिस के पास अपना बयान दर्ज करवाया है.
साने का दावा है कि सरस्वती की बॉडी के हिस्सों को ठिकाने लगाने के बाद वो सूसाइड करना चाहता था. पुलिस को अभी तक इस हत्या के पीछे का मोटिव पता नहीं चला है.
सरस्वती की हत्या करने वाला मनोज सामने एक राशन की दुकान पर काम करता था. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 4 जून को ही उसने सरस्वती की जान ले ली थी. 7 जून को पड़ोसियों ने पुलिस को फ़ोन किया और बताया कि फ़्लैट नंबर 704 से बदबू आ रही है. पड़ोसियों का ये भी कहना है कि मनोज ने रूम फ़्रेशनर की मदद से बदबू हटाने की कोशिश की.
Hindustan Times की रिपोर्ट के अनुसार, मनोज साने ने बोरीवली के कार्तिका एंटरप्राइजेज़ से इलेक्ट्रिक चेनसॉ खरीदा था. एक टीवी चैनल से बात करते हुए दुकान के मालिक ने गोपनीयता की शर्त पर बताया कि चेनसॉ की चेन निकल गई थी. दुकानदार ने कहा, 'वो डरा हुआ नहीं लग रहा था. वो शांत था और दुकान में रिपेयरिंग का काम खत्म होने का इंतज़ार करता रहा.'
दुकान के मालिक ने ये भी कहा कि साने ने चेनशॉ तब खरीदा था जब वो दुकान पर नहीं था. दुकान के मालिक ने कहा, 'साने के पास जैसा चेनसॉ था हम वैसा चेनसॉ बेचते हैं. उस मशीन में ज़्यादा गड़बड़ी नहीं थी. चेन स्लिप हो गई थी.' उसका ये भी कहना था कि चेनशॉ पर कोई खून के धब्बे नहीं दिखे.
नयानगर पुलिस स्टेशन ने बताया कि उन्हें मृतक के शरीर के ज़्यादातर हिस्से मिल चुके हैं. पुलिस द्वारा दर्ज किए गए FIR के अनुसार, मनोज साने विक्टिम के शरीर के टुकड़े करके उसे उबाला. उसने कुछ टुकड़ों को रोस्ट भी किया. पुलिस को तीन बाल्टियों से शरीर के टुकड़े मिले. IPC धारा 302, 201 लगाया गया है.
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