GWALIOR ILLEGAL LIQUOR NEWS: राजस्थान से ग्वालियर के रास्ते गुजरात जा रही थी 52 लाख रु. की अवैध शराब, बाइपास पर पकड़ी

Gwalior illegal liquor News: नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर: राजस्थान से ग्वालियर के रास्ते गुजरात जा रही अवैध शराब की बड़ी खेप ग्वालियर-डबरा बाइपास पर पकड़ी गई है। राजस्थान से चले टैंकर के टैंक में अंग्रेजी अवैध शराब की 702 पेटियां भरी हुई थीं। इनकी कीमत बाजार में करीब 52 लाख रुपये बताई जा रही है। लोकसभा चुनाव से पहले अवैध शराब पर इस साल की सबसे बड़ी कार्रवाई ग्वालियर पुलिस ने की है। मतदाताओं को लुभाने के लिए वोट के बदले शराब वाले एंगल पर भी पुलिस पड़ताल कर रही है, लेकिन जिस चालक को अवैध शराब के साथ पकड़ा गया है, वह पुलिस को गुमराह कर रहा है। अभी पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।

इस कार्रवाई में सबसे खास बात है

टैंक एसिड का था, जिसे सामान्य तौर पर पुलिस जांचने से भी कतराती है। टैंक पर चालक ने लिख रखा था- 98 प्रतिशत सल्फ्यूरिक एसिड और खतरा। जब टैंकर पकड़ा गया तो पुलिसकर्मी भी इसका ढक्कन खोलने से थोड़े कतरा रहे थे। बीते रोज मुखबिर से सूचना मिली थी कि राजस्थान से अवैध अंग्रेजी शराब की बड़ी खेप ग्वालियर के रास्ते गुजरात जा रही है। सूचना मिलते ही एसपी धर्मवीर सिंह ने सीएसपी नागेंद्र सिकरवार के नेतृत्व में महाराजपुरा थाना प्रभारी धर्मेंद्र यादव, एसआइ सौरभ श्रीवास्तव, बृजमोहन शर्मा और उनकी टीम को लगाया। ग्वालियर-डबरा बाइपास से टैंकर के निकलने की सूचना दी थी। जैसे ही टैंकर महाराजपुरा इलाके से गुजरा तो दो टीमों ने घेराबंदी कर टैंकर को पकड़ लिया। टैंकर चालक अचलाराम पुत्र राजूराम निवासी ग्राम धीरासर तहसील चौटन, बाड़मेर, राजस्थान को थाने ले जाया गया। टैंकर का टैंक खुलवाया तो इसमें से अवैध शराब बरामद हुई। थाने पर अवैध शराब की पेटियों का ढेर लग गया। टैंक में से 702 पेटी अवैध शराब बरामद हुई। इसकी कीमत 52 लाख 49 हजार 520 रुपये बताई गई है। अवैध शराब जब्त कर आरोपित पर आबकारी एक्ट के तहत एफआइआर दर्ज की गई।

इन ब्रांड की अवैध शराब बरामद

आफीसर्च चाइस की बोतल की 175 पेटी, आफीसर्च चाइस के क्वार्टर की 200 पेटी, ग्रीन लेबल की बोतल की 100 पेटी, ग्रीन लेवल के क्वार्टर की 40 पेटी, व्हीइट लैस वोदका की बोतल की 165 पेटी, रायल वोदका की नौ पेटी, ड्यून वोदका की तीन पेटी, किंगफिशर बीयर की 10 पेटी बरामद हुईं।

चालक बोला-हर चक्कर के मिलते थे 80 हजार रुपए

आरोपित अचलाराम से पुलिस ने पूछताछ की तो उसने मनीष नाम के युवक का नाम बताया है। उसने बताया कि राजस्थान के सीकर से ही उसे टैंकर में शराब भरी मिली थी। यह टैंकर उसके नाम पर ही है। मनीष नाम के युवक का नाम उसने बताया और कहा कि यह टैंकर उसी ने दिलाया था। उसे शराब भी भरी मिलती थी। उसे तो हर चक्कर के 80 हजार रुपये मिलते थे। पुलिस को वह गुमराह कर रहा है। उसने बताया कि वह नागपुर होकर गुजरात जा रहा था।

2024-05-02T03:09:05Z dg43tfdfdgfd