GORAKHPUR NEWS : ट्रांसफॉर्मर्स को हीट स्ट्रोक, कंज्यूमर्स पर गिरी बिजली

गोरखपुर (ब्यूरो)।उमस भरी गर्मी से परेशान कंज्यूमर्स को परेशानी का सामना करना पड़ा. इधर, गर्मी बढ़ी तो ट्रांसफार्मर दगा देने लगे. बीते 10 दिन में 10 दिन में जले 93 ट्रांसफार्मर जले हैं. वहीं, जगह-जगह तार भी टूट गए.

रात में फुंके ट्रांसफार्मर, पब्लिक बेहाल

दुर्गाबाड़ी उपकेंद्र से जुड़े जटेपुर काली मंदिर के पास लगा 400 केवीए का ट्रांसफार्मर शुक्रवार रात 2 बजे फुंक गया. इसके चलते इलाके की बिजली सप्लाई पूरी तरह से प्रभावित हो गई. शनिवार देर शाम ट्रांसफार्मर बदलने के बाद बिजली सप्लाई चालू हो सकी. वहीं शाहपुर उपकेंद्र से जुड़े शिवपुर सहबाजगंज में शुक्रवार की 9.30 बजे रात में 400 केवीए का ट्रांसफार्मर जल गया. इसकी वजह से इलाके की बिजली सप्लाई ठप हो गई. बिजली निगम ने ट्रांसफार्मर बदलकर करीब 1.30 बजे सप्लाई बहाल कराई. इतना ही नहीं मोहद्दीपुर स्थित इलाके में रात को 250 केवीए का ट्रांसफार्मर जल जाने से गर्मी में लोगों का पसीना छूटने लगा. कई लोग लगातार बिजली कंट्रोल रूम में शिकायत करते रहे. रुस्तमपुर में 11 केवीए लाइन का तार टूटने से सप्लाई ठप हो गई.

लोड बढऩे से लड़खड़ाई आपूर्ति

कंज्यूमर्स के कनेक्शन के आधार पर लोड का आकलन करके सप्लाई के लिए इंफ्रास्ट्रेक्चर तैयार करता है., लेकिन कई लोग अपने सही लोड की जानकारी नहीं देते. दो किलोवाट का कनेक्शन लेकर लोग चार या पांच किलोवाट बिजली का इस्तेमाल कर रहे हैं. गर्मी में एसी, कूलर, फ्रिज आदि उपकरण चलने से लोड बढ़ जाता है. कई बार तो यह 10 किलोवाट तक पहुंच जाता है. इससे ट्रांसफार्मर फुंकने और तार टूटने की घटनाएं बढ़ जाती हैं. बिजली व्यवस्था में सुधार की योजनाएं भी लोड के सापेक्ष ही बनाई जाती हैं. लोड छिपाने से ये भी असरकारी नहीं साबित हो पाती है.

चलता है अभियान, नहीं बढ़ाते क्षमता

बिजली निगम के अभियंता और कर्मचारी लगातार क्षमता वृद्धि का अभियान चलाने का दावा करते हैं, लेकिन हकीकत तो कुछ और ही है. नियम है कि परिसर की जांच मेंं यदि कनेक्शन की क्षमता से जितनी ज्यादा खपत होगी. उसी अनुपात में कनेक्शन की क्षमता बढ़ाई जाएगी. एसडीओ की संस्तुति से क्षमता बढ़ाई जाती है. इसके लिए कंज्यूमर्स को रुपए भी नहीं जमा करने होते हैं. अगले महीने के बिल में क्षमता वृद्धि के बदले में रुपए जुड़ जाते हैं.

1.32 लाख वोल्ट के टूट चुके तीन तार

जिले में 1.32 लाख वोल्ट के तीन तार टूट चुके हैं. यह पहली बार है जब इतनी क्षमता के तार टूटकर गिरे हैं. बरहुआ पारेषण उपकेंद्र से कौड़ीराम व सिकरीगंज को जाने वाली लाइन टूटने से 13 उपकेंद्र बंद हो गए थे. इससे पहले राप्ती नदी और सिक्टौर में भी तार टूटकर गिर चुके हैं.

बिजली निगम के कर्मियों का दोष भी कम नहीं

बिजली निगम के ज्यादातर ट्रांसफार्मर ओवरलोड हैं. आलम यह है कि 25 केवीए की क्षमता के ट्रांसफार्मर पर 30 सेे 35 कंज्यूमर्स को जोड़ा गया है. यदि एक कंज्यूमर के कनेक्शन की क्षमता दो किलोवाट मानें तो ट्रांसफार्मर की क्षमता 70 केवीए से ज्यादा होनी चाहिए. क्षमता से ज्यादा कनेक्शन जोडऩा बिजली निगम के कर्मियों का दोष है. क्षमता को नजरअंदाज करके कनेक्शन देकर वो ट्रांसफार्मर फुंकने से होने वाली निगम की क्षति का कारण बन रहे हैं. इसके अलावा ज्यादातर कंज्यूमर्स के परिसर में कनेक्शन की क्षमता से कई गुणा ज्यादा बिजली की खपत होती है.

1 से 10 जून तक फुंके ट्रांसफॉर्मर

क्षमता ट्रांसफार्मर फुंके

10 केवीए 26

25 केवीए 38

63 केवीए 16

100 केवीए 05

250 केवीए 05

400 केवीए 03

1 से 9 मई तक फुंके ट्रांसफॉर्मर

क्षमता ट्रांसफार्मर फुंके

10 केवीए 23

25 केवीए 34

63 केवीए 09

100 केवीए 03

250 केवीए 01

400 केवीए 02

एलटी लाइन के तार टूटे

महानगर में - 36

ग्रामीण क्षेत्र में - 76

एचटी लाइन के तार टूटे

महानगर में - 11

ग्रामीण क्षेत्र में - 13

घरों की आपूर्ति हुई बाधित- 3.85 लाख

क्षमता वृद्धि के लिए अभियान जारी है. जिन कंज्यूमर्स के परिसर में स्मार्ट मीटर लगे हैं. वहां मांग ज्यादा बढऩे पर जुर्माना के साथ बिल जमा कराया जाता है. मीटर रीडर यदि प्रोब आधारित बिलिंग करें तो मांग के अनुरूप बिल बने. इससे मांग की भी जानकारी हो जाती है. इसे सख्ती से लागू कराया जाएगा. वास्तविक मांग के अनुसार ट्रांसफार्मर और तारों को व्यवस्थित किया जाएगा.

ई. यूसी वर्मा, एसई शहर

शनिवार की भोर में अचानक आवज के साथ ट्रांसफार्मर जल गया. इलाके की बिजली सप्लाई पूरी तरह से ठप हो गई. सुबह तक सप्लाई बहाल होने का इंतजार किया गया. उमस भरी गर्मी में लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी. शाम 4 बजे सप्लाई बहाल होने से राहत मिली.

अखिलेश शुक्ला, जटेपुर

गर्मी में आए दिन बिजली कटौती से कंज्यूमर्स परेशान है. भोर में ट्रांसफार्मर फुंक जाने से सप्लाई प्रभावित हुई. इनवर्टर भी काम करना बंद कर दिया. सुबह बिजली आने का इंतजार करते रहे लेकिन सप्लाई बहाल नहीं हो सकी. शाम 4 बजे ट्रांसफार्मर बदलकर सप्लाई बहाल होने पर सभी को राहत मिली.

गंगा मिश्रा, जटेपुर उत्तरी

2023-06-11T01:33:50Z dg43tfdfdgfd