ELON MUSK SUPPORT INDIA : UNSC में मिले भारत को स्थायी सीट, एलन मस्क ने उठाया मुद्दा तो अमेरिका आया पक्ष में

Elon Musk Support India : संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत को स्थायी सीट की मांग का मुद्दा अब फिर उठने लगा है. इसको लेकर टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने अपनी राय दी है. मस्क ने कहा, 'भारत को स्थायी सीट मिलनी चाहिए, साथ ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के नियमों में सुधार होना चाहिए.'

मस्क ने एक्स पर लिखा कि, यह बात अजीब है कि भारत के पास UNSC में स्थायी सीट ही नहीं है. मस्क ने कहा, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में और सुधार कर भारत को इसका स्थायी सदस्य बनाना चाहिए.

वहीं, इस मुद्दे पर अब अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने भी बुधवार को एक प्रेस वार्ता की. उन्होंने कहा कि अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद समेत संयुक्त राष्ट्र संस्थानों में सुधार के लिए समर्थन की पेशकश की है. इससे माना जा रहा है कि अमेरिका अब भारत को स्थायी सीट दिलाने के पक्ष में है. ऐसा तब हो रहा है, जब संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस 5 दिवसीय यात्रा पर भारत में हैं. ऐसी संभावना है कि भारत सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए कदम उठाने को लेकर इस दौरान उन पर दबाव बनाएगा.

मस्क ने कहा, बहुत सुधार की जरूरत

एलन मस्क ने एक्स पर कहा, संयुक्त राष्ट्र निकायों में बदलाव की जरूरत है. समस्या यह है कि जिनके पास अधिक शक्ति है, वे इसे छोड़ना नहीं चाहते. सबसे अधिक आबादी वाला देश होने के बावजूद भारत को सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट न मिलना बेतुका है. मेरे विचार में अफ्रीका को भी सामूहिक रूप से एक स्थायी सीट भी मिलनी चाहिए.

अमेरिका भी आया सुधार के पक्ष में

वहीं, प्रेसवार्ता में एलन मस्क के बयान के बारे में पूछे जाने पर वेदांत पटेल ने कहा, राष्ट्रपति ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपनी टिप्पणी में पहले भी इस बारे में बात की है और सचिव ने भी इस ओर इशारा किया है. हम सुरक्षा परिषद समेत संयुक्त राष्ट्र संस्था में सुधारों का समर्थन करते हैं, सुधार की आवश्यकता है.

कितने देश हैं स्थायी सदस्य?

अभी सुरक्षा परिषद में अमेरिका, ब्रिटेन, चीन, फ्रांस और रूस स्थायी सदस्य हैं। इनके पास वीटो पावर है. संयुक्त राष्ट्र के नए सदस्य बनाने का अधिकार भी इसी को है. अगर इसमें सुधार होता है भारत भी इसका सदस्य बन सकता है. हालांकि, भारत इसको लेकर दशकों से कड़ी मशक्कत कर रहा है.

2024-04-18T05:28:22Z dg43tfdfdgfd