अबु धाबी: संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने बुधवार को एक बड़ा फैसला लिया है। राष्ट्रपति ने अपने सबसे बड़े बेटे शेख खालिद मोहम्मद बिन जायद (MBZ) को अबू धाबी का क्राउन प्रिंस घोषित किया है। माना जा रहा है कि अब एमबीजेड को देश के अगले राष्ट्रपति के तौर पर आगे बढ़ाया जाएगा। नए क्राउन प्रिंस, अबू धाबी के शासक भी हैं और उन्हें एमबीजेड के तौर पर भी जाना जाता है। उनके भाई शेख मंसूर बिन जायद अल नाहयान को यूएई का उप-राष्ट्रपति नियुक्त किया है। साथ ही एक और भाई शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम की भी नियुक्ति की गई है। मकतूम दुबई के शासक हैं। 53 साल के शेख मंसूर मैनचेस्टर सिटी फुटबॉल क्लब के मालिक भी हैं।
पिछले साल बने अबु धाबी के शासक
शेख तहनून बिन जायद अल नाहयान, जो यूएई के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) भी हैं उन्हें अबू धाबी के उप शासक के तौर पर राष्ट्रपति के एक और भाई हज्जा बिन जायद के साथ नॉमिनेट किया गया था। एमबीजेड को पिछले साल अबू धाबी का शासक नियुक्त किया गया था। यूएई सात अरब देशों का संगठन है। पिछले साल मई में शेख खलिफा बिन जायद की मौत के बाद उन्हें यह जिम्मा सौंपा गया था। यूएई, अमेरिका का सबसे करीबी साथी है और बड़े अंतरराष्ट्रीय व्यवसायों का गढ़ है। इस महीने ही अबू धाबी की तरफ से इसे दो बड़े बैंकों में फेरबदल किया गया था। अबु धाबी पिछले कई सालों से ओपेक का अहम सदस्य बना हुआ है।
सत्ता सिर्फ परिवार के हाथ में
विदेश मामलों पर यूरोपियन काउंसिल की रिसर्च फेलो सिंजिया बियांको ने ट्विटर पर लिखा, 'करीबी और अहम भाइयों की नई नियुक्तियां करके, एमबीजेड ने शक्ति संतुलन बनाए रखा, लेकिन यह संतुलन केवल अबू धाबी के अल नाहयान परिवार के अंदर ही है।'शेख खालिद को क्राउन प्रिंस के तौर पर चुना जाना यह बताता है कि सऊदी अरब सहित,अधिकांश खाड़ी देशों में उत्तराधिकार के लिए भाईयों को ही तरजीह दी जाती है।
सन् 1971 शेख मोहम्मद के पिता ने यूएई की स्थापना की थी और तब से ही अबू धाबी के पास ही राष्ट्रपति का पद है। विशेषज्ञों का कहनाहै कि शेख मोहम्मद, जिन्हें एमबीजेड के नाम से जाना जाता है, अब अपने बेटे को इंटेलीजेंस समेत अर्थव्यवस्था और शासन सहित सुरक्षा में अहम जिम्मेदारियों के लिए तैयार कर रहे हैं।
कई सालों से अहम भूमिका में
भाई की मृत्यु के बाद सत्ता संभालने से पहले एमबीजेड कई सालों से अहम फैसलों में बड़ी भूमिका निभा रहे थे। यह वह पल था जब अमेरिका के साथ यूएई के रिश्ते तनावपूर्ण हो चुके थे। यूएई ने फिलहाल पिछले कुछ समय में रूस और चीन के साथ भी रिश्ते मजबूत किए हैं। एमबीजेड ने मीडिल ईस्ट को साथ लाने का काम किया है। यूएई ने बहरीन के साथ साल 2020 में इजरायल के साथ इस क्षेत्र में ईरान-विरोधी ग्रुप बनाने के लिए रिश्ते आगे बढ़ाए तो उसी समय से उन्हें श्रेय दिया जाने लगा। 10 मिलियन से कम की आबादी वाला देश अपनी राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता पर गर्व करता है। यह वह देश है जहां पर प्रति व्यक्ति आय सबसे ज्यादा है। साथ ही लाखों प्रवासी श्रमिक भी यहीं सबसे ज्यादा रहते हैं।
2023-03-30T09:17:27Z dg43tfdfdgfd