ENGLAND PARLIAMENTARY ELECTIONS: कौन हैं कीर स्टारमर? बन सकते हैं इंग्लैंड के नए प्रधानमंत्री, ऋषि सुनक को चुनाव में लगा बड़ा झटका

ब्रिटेन में आम चुनाव के नतीजे आने शुरू हो गए हैं। शुरुआती रुझानों में प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पार्टी पिछड़ती दिखाई दे रही है। उन्होंने नतीजों से पहले ही इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने चुनाव में हार की जिम्मेदारी भी ले ली है। लगभग 15 साल लंबे कंजर्वेटिव शासन का अंत हो गया है। आम चुनावों में लेबर पार्टी के उम्मीदवार कीर स्टार्मर की पार्टी की जीत का अनुमान है।इस बार ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी कहीं टिकती नजर नहीं आ रही। आइए जानते हैं ऋषि सुनक को सत्ता से बाहर करने की चुनौती देने वाले कीर स्टार्मर कौन हैं।

कौन हैं कीर स्टारमर?

कीर स्टारमर का जन्म 2 सितंबर 1962 में लंदन में हुआ था। वह सरे के ऑक्सटेड शहर में पले-बढ़े। कीर का जन्म श्रमिक परिवार में हुआ। उनकी मां एक नर्स थीं, जो रुमेटीइड गठिया की एक दुर्लभ और गंभीर मामले से जूझ रही थीं। कीर के पिता टूलमेकर थे। स्टारमर ने रीगेट ग्रामर स्कूल में पढ़ाई की और अपने परिवार में विश्वविद्यालय जाने वाले पहले व्यक्ति थे। कीर ने लीड्स यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की है। राजनीति में एंट्री से पहले वह मानवाधिकार वकील रहे हैं। 1987 में उन्होंने एक बैरिस्टर के रूप में अपना करियर शुरू किया था।

बता दें कि सेंटर-लेफ्ट लेबर को 2005 के बाद पहली बार आम चुनाव में ऐतिहासिक जीत मिलने का अनुमान है। इंग्लैंड में 650 सीटें हैं। कीर स्टारमर की पार्टी को 326 से कहीं अधिक सीटें मिलने की उम्मीद है। स्टारमर ने 2016 ब्रेक्सिट जनमत संग्रह के दौरान असफल ब्रिटेन स्ट्रॉन्गर इन यूरोप अभियान का समर्थन किया था। बाद में जेरेमी कॉर्बिन के नेतृत्व में दूसरे जनमत संग्रह की वकालत की। कॉर्बिन के इस्तीफे के बाद स्टारमर ने वामपंथी मंच पर 2020 का लेबर नेतृत्व चुनाव जीता।

भारतीयों का मिला साथ?

कीर स्टारमर से पूर्व लेबर पार्टी के नेता रहे जेरेमी कॉर्बिन का कश्मीर को लेकर रवैया भारत विरोधी रहा है। हालांकि कीर स्टारमर ने ब्रिटेन में भारतीयों के साथ संबंध जोड़ने को तवज्जो दी है। पिछले साल भाषण के दौरान उन्होंने विश्व, पर्यावरण और आर्थिक सुरक्षा के मोर्चे पर भारत के साथ मजबूत संबंधों पर जोर दिया था। कीर स्टारमर के 2024 के इलेक्शन मैनिफेस्टो में भी भारत के साथ संबंधों पर जोर दिया गया है। इसमें सुरक्षा, शिक्षा, तकनीक और पर्यावरण पर गहरे सहयोग की बात कही गई है। इस साल की शुरुआत में वह लंदन के किंग्सबरी स्थित श्री स्वामीनारायण मंदिर भी गए थे।

2024-07-05T05:18:44Z dg43tfdfdgfd