लाखों रुपए की लागत से बनी अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई बेकार

औरंगाबाद सदर प्रखंड के खरकनी पंचायत के पिपरा गांव में लाखों रुपए की लागत से अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई का निर्माण हो गया, लेकिन इसका इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है। इस पंचायत में साफ-सफाई का काम कई महीनो से ठप है और इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। अधिकारियों का दौरा होता है कचरा उठाव करने वाली रिक्शा को सड़क पर उतार दिया जाता है और फिर उसे वापस लगा दिया जाता है। खरकनी पंचायत में 14 वार्ड हैं और कहीं भी कोई सफाई नहीं हो पा रही है। साढ़े सात लाख रुपए की लागत से अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई बनी थी जिसमें ताला बंद है और यहां कोई भी नहीं रहता है। यह इकाई इतनी साफ सुथरी है कि इसे देखने से ही पता चल जाएगा कि यहां कभी कोई कचरा रखा ही नहीं गया है। पिपरा गांव के अंतु साव, धनकुंवर राम ने बताया कि मजदूरी का भुगतान नहीं होता है। अंतु साव ने बताया कि उनका भाई मोती साव सफाई कर्मी के रूप में बहाल है और उसे 15 सौ रुपए मिलने हैं। उसे पैसे का भुगतान नहीं हो रहा है। जब पैसा ही नहीं मिलेगा तो कोई काम क्यों करेगा। चंदौली गांव के भोला कुमार ने बताया कि सफाई का कोई काम नहीं होता है। अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई का निर्माण लगभग साढ़े सात लाख रुपए की लागत से हुआ था। निर्माण कार्य पूर्ण हो गया और उद्घाटन भी हुआ लेकिन एक भी दिन कचरे का उठाव नहीं हुआ है। पिछले कई महीनों से वे लोग इसके लिए प्रयासरत हैं लेकिन कोई ध्यान नहीं देता है। इस पंचायत की मुखिया लालसा कुमारी और सुपरवाइजर के रूप में रामप्रवेश मेहता बहाल हैं। इस संबंध में मुखिया लालसा कुमारी के पति और प्रतिनिधि कृष्णा पासवान ने बताया कि पांच से छह वार्डों में कचरा का उठाव हो रहा है। शेष वार्डों में उठाव नहीं हो पा रहा है। रिक्शा में खराबी और मरम्मत के लिए राशि उपलब्ध नहीं है। सफाईकर्मी को मजदूरी के रूप में 25 सौ रुपए दिए जाते हैं न कि 15 सौ रुपए। प्रखंड विकास पदाधिकारी का तबादला होने की वजह से मजदूरी का भुगतान नहीं हो पाया है। अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई का इस्तेमाल हो रहा है।

नगर परिषद क्षेत्र से सटे हैं गांव लेकिन हैं ग्राम पंचायत में

खरकनी पंचायत में कई ऐसे गांव हैं जो जिला मुख्यालय से सटे हुए हैं। ना तो उन्हें नगर परिषद क्षेत्र का लाभ मिल सकता है और ना ही इन्हें ग्राम पंचायत का लाभ मिल रहा है। इस पंचायत में 15 राजस्व गांव हैं और 32 से अधिक छोटे बड़े गांव आते हैं। हजारी कर्मा, सुजा कर्मा, रतनुआ, बाला कर्मा, चतरा, बिजौली, भलुहारा, चंदौली, चंदली, चौकना, धनाड़ी, खरकनी, अजरकबे धनाड़ी, मिशन स्कूल के आस-पास का मुहल्ला और अन्य गांव इस पंचायत में आते हैं। इसमें से ज्यादातर गांव औरंगाबाद नगर परिषद क्षेत्र से ही सटे हुए हैं। यहां विकास कार्यों के साथ साफ-सफाई का जिम्मा ग्राम पंचायत के पास है लेकिन सफाई नहीं हो पा रही है। बताया गया कि एक साल पहले खरकनी पंचायत का चयन स्वच्छता कार्यक्रम के तहत हुआ था।

2024-07-04T14:03:46Z dg43tfdfdgfd