VLADIMIR PUTIN: व्लादिमिर पुतिन ने 5वीं बार रूस के राष्ट्रपति के तौर पर ली शपथ...कहा- 'हम और मजबूत होंगे'

व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने मंगलवार को एक भव्य उद्घाटन समारोह में रूस के राष्ट्रपति के रूप में अपने नए कार्यकाल के लिए शपथ ली. क्रेमलिन में एक भव्य समारोह में शपथ लेकर 71 साल के पुतिन ने अपने पांचवे कार्यकाल की शुरुआत की है.

उन्होंने अपना पांचवां कार्यकाल एक ऐसे समारोह में शुरू किया जिसका यूक्रेन पर रूस के युद्ध के कारण संयुक्त राज्य अमेरिका और कई पश्चिमी देशों ने बहिष्कार किया था. इस बीच, उनके आलोचकों ने कहा कि उन्होंने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों का सफाया कर, यूक्रेन में विनाशकारी संघर्ष शुरू कर दिया है और सारी शक्ति अपने नियंत्रण में कर ली है.अपने इस कार्यकाल में पुतिन के सामने कई तरह की चुनौतियां होंगी. खासतौर से यूक्रेन में युद्ध का संकट उनके सामने एक बड़ा चैलेंज है.

मार्च में हुई थी वोटिंग

पुतिन लगभग 25 वर्षों से इस पद पर हैं. इसके अलावा वो जोसेफ स्टालिन के बाद सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले क्रेमलिन नेता हैं.रूस के संविधान के अनुसार अगले छह वर्षों तक सत्ता में रहने के विकल्प के साथ,वह कम से कम 2030 तक सत्ता में बने रहेंगे.उद्घाटन समारोह के दौरान,पुतिन ने अधिकारियों से कहा कि रूस का नेतृत्व करना एक पवित्र कर्तव्य है और रूस कठिन अवधि के बाद मजबूत बनकर उभरेगा. रूस में 15-17 मार्च को हुए चुनाव में पुतिन को 88% वोट मिले थे. उनके विरोधी निकोले खारितोनोव को सिर्फ 4% वोट मिले थे.पुतिन ने साल 2000 में पहली बार राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी. इसके बाद से 2004, 2012 और 2018 में भी वे राष्ट्रपति बन चुके हैं.

पुतिन ने कहा, "हम इस कठिन दौर से गरिमा के साथ गुजरेंगे और और भी मजबूत बनेंगे." उन्होंने आगे कहा कि रूस अन्य देशों के साथ संबंध विकसित करने के लिए तैयार है, जिसे उन्होंने "दुनिया का बहुमत" बताया.उन्होंने कहा, "रूस की राज्य प्रणाली को किसी भी खतरे और चुनौती के प्रति प्रतिरोधी होना चाहिए."

मेयर के तौर पर की करियर की शुरुआत

साल 1991 में पुतिन ने सेंट पीटर्सबर्ग से एक मेयर के तौर पर राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी. वह राजनीति में आने से पहले खुफिया अधिकारी के तौर पर भी काम करते थे. साल 1998 में उस समय के राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन ने उनको एफएसबी सुरक्षा सेवा प्रमुख और अगले साल प्रधान मंत्री के रूप में नियुक्त किया. येल्तसिन के इस्तीफा देने पर पुतिन कार्यवाहक राष्ट्रपति बने और फिर धीरे धीरे रूस की सत्ता उनके कब्जे में आ गई.

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