MAHAKAL TEMPLE UJJAIN: यज्ञ स्थल पर बंधेगी गाय व बकरी, बैलगाड़ी के नीचे बैठकर तैयार करेंगे हवन सामग्री

नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में चार से नौ मई तक सुवृष्टि के लिए सौमिक अनुष्ठान होगा। महायज्ञ के लिए परिसर में ओंकारेश्वर मंदिर के सामने 70 फीट लंबी विशाल यज्ञशाला बनाई जाएगी। यज्ञ की सफलता के लिए यज्ञ स्थल पर गाय व बकरी बांधी जाएगी। विद्वान व यजमान यज्ञ में आहुति देने के लिए इसी स्थान पर बैलगाड़ी के नीचे बैठकर औषधियुक्त हवन सामग्री तैयार करेंगे।

बताया जाता है महाकाल मंदिर में होने वाला सौमिक अनुष्ठान पांच हजार साल पुरानी यज्ञ परंपरा से होगा। इस अनुष्ठान को महाराष्ट्र के सोलापुर निवासी अनिरुद्ध काले संपन्न कराएंगे। उन्हीं के मार्गदर्शन में संपूर्ण तैयारी की जा रही है।

गुरुवार को यज्ञाचार्य अपने सहयोगियों के साथ उज्जैन पहुंचे तथा महाकाल मंदिर में यज्ञ की तैयारी का जायजा लिया। महाकाल मंदिर के बाद वे मंदिर समिति के नए अन्नक्षेत्र पहुंचे, यहां बाहर से आए विद्वान व मेहमानों के लिए भोजन तथा अल्पाहार आदि का प्रबंध रहेगा।

विशेष पद्धति से तैयार हो रही यज्ञशाला ऊपर से खुली रहेगी

27 अप्रैल तक यज्ञ स्थल पर विशाल डोम बनाने का काम पूरा होगा। इसके बाद यज्ञशाला का निर्माण किया जाएगा। करीब 70 फीट लंबी यज्ञ शाला ऊपर से खुली रहेगी। क्योंकि सौमिक यज्ञ की अग्नि 10 से 12 मीटर ऊपर उठती है। बताया जाता है यज्ञ की विशिष्ट परंपरा व पद्धति के कारण ही इसका आयोजन जूना महाकाल मंदिर परिसर में सीमेंट कांक्रीट से बनी यज्ञशाला में नहीं किया गया है।

महाराष्ट्र के सांगली से आएंगे यजमान

यज्ञ का आयोजन महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा कराया जा रहा है, लेकिन यजमान महाराष्ट्र के रत्नागिरी निवासी एक दंपती को बनाया जा रहा है। बताया जाता है सौमिक अनुष्ठान में वही व्यक्ति यजमान बन सकता है, जो नित्य अग्निहोत्र करता हो। यज्ञ की सफलता के लिए रत्नागिरी से एक दंपती को बुलाया जा रहा है, जो अग्निहोत्री हैं। छह दिन अन्न ग्रहण नहीं करेंगे, यज्ञ स्थल पर ही रहेंगे।

2024-04-25T15:28:12Z dg43tfdfdgfd