LUCKNOW NEWS: शहर से लेकर निगम में शामिल सभी गांव भी आएंगे अब एलडीए की जद में

लखनऊ (ब्यूरो)। एलडीए की ओर से अपना दायरा बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। नगर निगम में शामिल विस्तारित एरियाज से लेकर गांवों तक में एलडीए की ओर से ही नक्शा पास किया जाएगा। शुक्रवार को एलडीए की बोर्ड बैठक में इस संबंध में अंतिम निर्णय लिया जाएगा। इस प्रस्ताव के पास होते ही कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे साथ ही जिला पंचायत की ओर से कोई नक्शा पास नहीं किया जा सकेगा। हालांकि, इस प्रस्ताव में यह भी साफ है कि कैंट और लीडा क्षेत्र प्राधिकरण के दायरे में नहीं आएंगे।

लगातार बढ़ रहा है क्षेत्र

राजधानी का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है। पहले ही 88 गांव नगर निगम में शामिल हो चुके हैैं। लगातार हो रहे विस्तारीकरण को देखते हुए एलडीए की ओर से प्रस्ताव तैयार कराया गया है। जिसमें साफ है कि जो भी इलाके विस्तारित एरियाज में शामिल हुए हैैं, उन सभी को प्राधिकरण के दायरे में ले लिया जाए। इसे देखते हुए ही हाल में एलडीए की ओर से विस्तारित एरियाज में रो हाउस प्रोजेक्ट्स और ग्रुप प्लॉटिंग के खिलाफ सीलिंग संबंधी कार्रवाई शुरू की गई थी।

अवैध कब्जों पर लगेगी लगाम

जब एलडीए का दायरा बढ़ जाएगा तो इसका फायदा पब्लिक को मिलेगा। एक फायदा तो यह है कि विस्तारित एरियाज से लेकर गांवों तक में सुनियोजित विकास देखने को मिलेगा साथ ही अवैध निर्माण कराने वालों पर भी लगाम लगेगी। अभी स्थिति यह है कि जो भी विस्तारित एरियाज हैैं, वहां पर धड़ल्ले से रो हाउस प्रोजेक्ट्स बन रहे हैैं साथ ही शहीद पथ से लेकर किसान पथ तक ग्रुप प्लॉटिंग भी हो रही है। एलडीए की ओर से यह भी तैयार की गई है कि पहले नए क्षेत्रों को प्राधिकरण के दायरे में लाया जाए, फिर नए सिरे से अवैध निर्माणों को चिन्हित करके उनके खिलाफ सीलिंग या ध्वस्तीकरण संबंधी अभियान चलाया जाए।

निगम के 88 गांव भी शामिल

एलडीए की ओर से एक तरफ जहां मलिहाबाद, सरोजनीनगर, काकोरी, इटौंजा, मोहनलालगंज के सभी क्षेत्रों को शामिल करने की तैयारी की जा रही है, वहीं दूसरी तरफ निगम में शामिल हुए 88 गांव भी जद में आ जाएंगे। इन गांवों में मुख्य रूप से जेहटा, सैथा, अलीनगर, नरहरपुर, घैला, अल्लूनगर डिगुरिया, ककौली, भिठौली खुर्द, मोहिउद्दीनपुर, खरगपुर जागीर, तिवारीपुर, मिर्जापुर, सैदपुर जागीर, रसूलपुर कायस्थ, अजनहर कलां, मिश्रपुर, गुडंबा, बरखुरदारपुर, आधार खेड़ा, नौबस्ता कलां, गोयला तथा धावा, गणेशपुर, शाहपुर, सराय शेख, टेराखास, खरगापुर, हुसड़िया, मकदूमपुर, मलेसेमऊ, बाघामऊ, मस्तेमऊ आदि शामिल हैैं।

दायरे में आने से फायदे

1-सुनियोजित विकास

2-सुविधाएं डेवलप होंगी

3-आवासीय योजनाओं की सुविधा

4-कॉमर्शियल डेवलपमेंट भी होगा

5-अवैध निर्माणों पर रोक

शुल्क भी बढ़ेगा

एलडीए की ओर से पहले ही वाह्य विकास शुल्क को भी बढ़ाने की तैयारी की गई है। इस संबंध में भी बोर्ड बैठक में प्रस्ताव आ रहा है। हालांकि, यह प्रक्रिया हर साल होती है। वहीं नौ मीटर चौड़ी रोड पर होटल बनवाने संबंधी प्रस्ताव को भी बोर्ड सदस्यों के सामने रखा जाएगा। पूरी संभावना है कि ये प्रस्ताव पास हो जाएंगे, जिसके बाद होटल इंडस्ट्री को सीधा फायदा मिलेगा। जब होटल्स की श्रंखला बढ़ेगी तो साफ है कि राजधानी आने वाले पर्यटकों को भी फायदा मिलेगा। 300 वर्गमीटर जमीन पर अपार्टमेंट बनवाने संबंधी प्रस्ताव को भी बोर्ड बैठक में रखा जाएगा। इस प्रस्ताव के भी पास होने की पूरी संभावना है।

हमारी ओर से सभी विस्तारित एरियाज को प्राधिकरण के दायरे में लाने की तैयारी की गई है। बोर्ड बैठक में इस प्रस्ताव को लाया जा रहा है। इसके स्वीकृत होने के बाद सुनियोजित विकास पर फोकस किया जाएगा।

डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी, वीसी, एलडीए

2024-07-05T14:21:18Z dg43tfdfdgfd