INDORE NAGAR NIGAM SCAM: एक दिन में 500 चैंबर बनाए, पांच किमी तक लाइन खोदी!

Indore Nagar Nigam Scam: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। नगर निगम का ड्रेनेज विभाग घोटाले के मामले में उफान पर है। इस बार 70 करोड़ का घोटाला उगला है। निगम की जांच कमेटी ने गुरुवार को 50 फाइलें जब्त की हैं। जालसाजों ने एक दिन में 500 से ज्यादा चैंबर बनाना और पांच किमी तक लाइन खोदना दर्शा कर भुगतान भी ले लिया।

एमजी रोड थाने में 28 करोड़ रुपये की गड़बड़ी की एफआइआर दर्ज होने के बाद निगमायुक्त शिवम वर्मा विभागीय जांच करवा रहे हैं। निगम की चार सदस्यीय जांच कमेटी ड्रेनेज विभाग की फाइलें खंगाल रही थी कि ऐसा बंडल हाथ लगा, जिसमें 70 करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक जब्त फाइलें ब्लैक लिस्टेड ठेकेदार मोहम्मद सिद्दीक, मोहम्मद साजिद, मोहम्मद जाकिर, रेणु वढ़ेरा और राहुल वढ़ेरा की हैं। कुछ अन्य ठेकेदारों के नाम भी हैं, लेकिन अफसर खुलकर नहीं बता रहे।

इन फाइलों में जनकार्य, उद्यान कार्य, लाइन खोदाई और ड्रेनेज संबंधित कार्य दर्शाए गए हैं। ठेकेदारों ने एक दिन में 500 से ज्यादा चैंबर बनाना और पांच किमी तक की लाइन खोदना बताया, जो व्यवहारिक रूप से संभव ही नहीं है। कमेटी अब रिपोर्ट बना रही है। जिन लोगों ने गड़बड़ी की उन पर भी कार्रवाई की तैयारी है।

ठेकेदार खुद ही फाइल ले गए और आडिट विभाग ने स्वीकृत कर दी

निगम अफसर ठेकेदारों के इशारे पर काम कर रहे थे। ठेकेदारों ने जाली बिल, स्वीकृति, निविदा बनाकर फाइलें तैयार की और अफसर-बाबुओं से साइन करवाते गए। फाइलें आवक-जावक शाखा से गुजरी ही नहीं। खास बात यह कि आडिट विभाग ने भी ठेकेदारों की शक्ल देखकर भुगतान की स्वीकृति दे दी। जिन फाइलों में गड़बड़ी हुई वो संबंधित शाखाओं में गई ही नहीं। कमेटी को नौ अन्य फाइलों की तलाश है जिनमें घोटाला हुआ है।

सीसीटीवी फुटेज में नहीं दिखे चोर

पुलिस एक्जीक्यूटिव इंजीनियर (ईई) सुनील गुप्ता के बयानों की भी जांच कर रही है। गुप्ता द्वारा ही मार्च में 20 फाइलों की चोरी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है। गुप्ता का दावा है कि निगम परिसर में खड़ी कार से फाइलें चोरी हुई है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज निकाले तो कर्मचारी परिसर में खड़े नजर आए लेकिन कार से फाइल निकालने के फुटेज नहीं मिले। जिन फाइलों में चोरी हुई, उनमें गुप्ता के भी हस्ताक्षर हैं। टीआइ विजयसिंह सिसोदिया के मुताबिक जांच के लिए नमूने लिए गए हैं।

सौ करोड़ से अधिक पहुंचा घोटाला :

-16 अप्रैल को 28 करोड़ 76 लाख से हुई शुरुआत।

-22 अप्रैल को चार करोड़ का घोटाला पकड़ा।

-24 अप्रैल को 17 करोड़ के घोटाले की फाइलें मिलीं।

-25 अप्रेल को 70 करोड़ के घोटाले की 50 फाइलें जब्त हुईं।

2024-04-26T02:15:07Z dg43tfdfdgfd