GWALIOR WEATHER: बदरा बैरी भये, बढ़ा दी धरती की बेचैनी

नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। आसमान छा रहे बादलों से मनुष्य ही नहीं पशु-पक्षी भी राहत की वर्षा की आस लगा रहे हैं, लेकिन ऐसा लग रहा है, जैसे बादलों ने धरती के प्राणियों से बैर कर लिया हो। शनिवार को बादल आसमान में छाए तो लेकिन बरसे नहीं, बल्कि धरती के प्राणियों की बेचैनी बढ़ा गए। चि लचिलाती धूप और आसमान में छाए बादलों की मौजूदगी से उमस भरी भीषण गर्मी का अहसास हुआ तो वहीं चल रही शुष्क राजस्थानी हवाएं जब तेज धूप के संपर्क में आई तो वह और भी अधिक गर्म हो गई। हवा की रफ्तार कम होने से लोगों को अधिक तपन का अहसास हुआ और चिपचिपे पसीने वाली गर्मी ने परेशानी बढ़ा दी।

यही कारण रहा कि बीते रोज से शनिवार को 1.2 डिग्री सेल्सियस तापमान अधिक दर्ज किया गया। मौसम में हर दिन हो रहा परिवर्तन के कारण लोगों को अधिक परेशानी हो रही है। जहां बीते रोज आसमान से गिरी बूंदो ने दिन का तापमान बढ़ा दिया तो वही शनिवार को तेज धूप के बीच धीमी रफ्तार से चली हवाओं ने गर्मी बढ़ा दी। मौसम वैज्ञानिक वहीद खान का कहना है कि अगले चार दिन हवाएं शुष्क ही चलने वाली हैं और चिलचिलाती धूप वातावरण में गर्मी बढ़ाती रहेगी। ऊपर से आसमान बन रहे बादलों को हवा से नमी ना मिलने के कारण वह वर्षा भी नहीं करा पा रहे हैं, लेकिन बादल छाने से उमस भरी गर्मी का अहसास होता है।

हालांकि चार दिन बाद 18 जून को आ रहा पश्चिमी विक्षोभ से राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है, क्योंकि आसमान में बादल छाएंगे और बूंदाबांदी भी कराएंगे जिससे बढ़ते तापमान में कमी आएगी और प्री मानसून एक्टिविटी भी शुरू हो जाएगी।शनिवार की सुबह सामान्य रहीं पर चल रही हवाएं गर्मी का अहसास कराती रहीं। यही कारण रहा कि सुबह साढ़े पांच बजे तापमान 33.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि साढ़े आठ बजे तापमान 37.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिन जैसे जैसे आगे बढ़ा तापमान तेजी से बढ़ता गया।

दिन में अधिकतम तापमान 44.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान में बीते रोज से थोड़ी कमी आई और 32.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा में नमी सुबह के समय 32 फीसद रही जो सामान्य से 26 फीसद कम थी, जबकि दोपहर के समय हवा में नमी 29 फीसद थी जो सामान्य से 16 फीसद कम थी।

ग्वालियर-चंबल में वर्षा नहीं करा पा रहे बादल

मौसम विज्ञानी का कहना है कि उत्तर प्रदेश से लेकर मेघालय के बीच में एक ट्रफ लाइन बन रही है। इसके बीच में आ रहा मंदसौर, हरदा, पूर्वी छिंदवाड़ा, दक्षिण बालाघाट और पश्चिमी बैतूल में गरज-चमक के साथ मध्यम गरज (50 किमी प्रति घंटे तक की हवा) के साथ-साथ नीमच, रतलाम, खरगोन, सीहोर, खंडवा, ओंकारेश्वर, शाजापुर में बारिश जारी रहने की संभावना है। रात के समय विदिशा, सागर, दमोह, सिवनी, मंडला, कटनी और दक्षिण नरसिंगपुर में बूंदाबांदी हो सकती है। यहां पर चल रही हवाओं से हल्की नमी मिलने पर ग्वालियर चंबल अंचल में बादल बन रहे हैं। दूसरा राजस्थान में बना हवाओं का चक्रवात का भी असर हो रहा है, लेकिन स्थानीय हवाओं से नमी ना मिलने के कारण वर्षा नहीं करा पा रहे हैं।

2024-06-16T02:27:58Z dg43tfdfdgfd