GWALIOR HEALTH NEWS: नवजातों के वार्ड में गिरी फाल्स सीलिंग, मची अफरा-तफरी

नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। कमलाराजा अस्पताल के बाल एवं शिशु रोग विभाग के नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई में गुरुवार दोपहर बड़ा हादसा होते-होते बच गया। यहां एसएनसीयू की फाल सीलिंग ही गिर पड़ी। फाल सीलिंग एसएनसीयू में उस स्थान पर गिरी जहां नवजात को भर्ती करने से पहले परीक्षण करने रखा जाता है। यहां वार्मर में एक नवजात रखा था, उसे महिला गोद में लेकर पीछे हटी तभी फाल सीलिंग गिर गई। जिससे नवजात बाल-बाल बच गया। महिला चोटिल हो गई।

फाल सीलिंग गिरते ही अफरा तफरी मच गई और सबसे ज्यादा वे स्वजन परेशान हो गए जिनके बच्चे अंदर भर्ती हैं। एसएनसीयू में 60 से 70 बच्चे भर्ती हैं। स्वजनों ने तत्काल बच्चों को शिफ्ट करने की मांग की लेकिन यह संभव नहीं हुआ। अब फिलहाल प्रबंधन ने एसएनसीयू में नई भर्ती रोक दी है।

फाल सीलिंग गिरने के पीछे कारण छत में सीलन आना बताया गया है। एसएनसीयू में हादसे की सूचना मिलते ही एसएनसीयू के बाहर खड़े नवजातों के स्वजन घबराते हुए अंदर घुस आए। वह चिकित्सकों से नवजातों को दूसरी जगह शिफ्ट करने की जिद करने लगे।चिकित्सकों ने स्वजन को समझाइश दी। इसके बाद वह माने।

फाल सीलिंग गिरने के बाद कुछ समय तक बच्चों का इलाज बाधित हो गया। बाल एवं शिशु रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डा. अजय गौड़ ने नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई में फाल सीलिंग गिरने की सूचना जीआरएमसी के डीन डा. आरकेएस धाकड़ व अधीक्षक डा. सुधीर सक्सेना को दी।

सूचना मिलने पर अधीक्षक डा. सक्सेना मौके पर पहुंचे और नवजातों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने के साथ ही पीआइयू के अधिकारियों को सुधार के निर्देश दिए। बाल एवं शिशु रोग विभाग के प्रमुख डा. अजय गौड़ ने कहा कि नए नवजातों को मुरार एसएनसीयू भेजा जाएगा। साथ ही उस स्थान को खाली करा लिया गया है। जहां फाल सीलिंग गिरी थी।

बड़ा सवाल: सीलन का पता क्यों नहीं चला, किसकी जिम्मेदारी

एसएनसीयू जैसी महत्वपूर्ण यूनिट में छत में सीलन आ रही थी और किसी को पता नहीं चला। इस बेपरवाही के कारण अचानक बच्चों के परीक्षण वाले स्थल पर फाल सीलिंग गिर पड़ी, अगर उस समय नीचे बच्चे होते तो बड़ा हादसा हो जाता। अब जेएएच प्रबंधन पीआइयू के अधिकारियों से बात करने का तर्क भले ही दे रहा है लेकिन रूटीन निरीक्षण पर सवाल खड़े हो रहे हैं, जिनकी यह सब देखने संधारण कराने की जिम्मेदारी थी वे क्या कर रहे थे।

आंखों देखी- मां की जुबानी, बोली-चम्मच लेने बाहर आई, तभी तेज आवाज सुनी

प्रत्यक्षदर्शी सनम ने बताया कि वह अपनी बच्ची को दूध पिलाने के लिए एसएनसीयू गई थी। चम्मच ले जाना भूल गई थी। चम्मच लेने के लिए बाहर आई तभी तेज आवाज आई। मैं घबराकर अंदर पहुंची तो वहां फाल सीलिंग घिरी हुई थी। इसके बाद आधा घंटे बाद बच्ची को दूध पिला सकी।

सनम ने कहा कि जब वह एसएनसीयू के अंदर गई तब जहां फाल सीलिंग गिरी वहां वार्मर रखा था। गोल पहाड़िया निवासी प्रिया ने बताया कि मैं बुरी तरह घबरा गई थी। अन्य बच्चों के स्वजन भी वहां आ गए थे वह बच्चों को सुरक्षित स्थान पर भर्ती करने की बात कह रहे थे।

सीलन की वजह से फाल सीलिंग गिरी है। पीआइयू के अधिकारियों को सुधार के लिए कहा गया है। साथ ही उस हिस्से को खाली करा लिया गया है। नए नवजातों को जरुरत पड़ने पर मुरार एसएनसीयू में भर्ती कराने की व्यवस्था कर ली गई है।डा. सुधीर सक्सेना, अधीक्षक, जेएएच

2024-07-05T04:10:54Z dg43tfdfdgfd