बदायूं, जागरण संवाददाता। भाजपा प्रत्याशी दुर्विजय सिंह शाक्य दातागंज तहसील के ब्राह्मपुर गांव के मूल निवासी हैं। वह एन-17, नार्थ सिटी, एक्सटेंशन पीलीभीत रोड बरेली में रहते हैं। वह पांच भाई व तीन बहनों में सबसे छोटे हैं। बीएससी, बीएड, एमए, ला की डिग्री, पीजी डिप्लोमा मास कम्युनेशन इनके पास है।
वह बरेली के विशप मंडल इंटर कालेज में शिक्षक हैं। अंतर्जातीय विवाह पंजाबी समुदाय की बरेली निवासी मोना भाटिया से किया, वह भी उच्च प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक हैं। वह 1994 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक बने। 1995 में विद्यार्थी जीवन से ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़कर राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। 2016 में ब्रज क्षेत्र के महामंत्री और 2020 उपाध्यक्ष बने। जबकि 2023 से वह क्षेत्रीय अध्यक्ष ब्रज प्रांत हैं और अब चुनाव मैदान में उतरे हैं।
सपा प्रत्याशी आदित्य यादव पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव के पुत्र हैं। वह मूलरूप से जिला इटावा के सैफई के रहने वाले हैं। मतदाता सूची के अनुसार वह मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र की विधानसभा जसवंतनगर के मतदाता हैं। उनकी पत्नी का नाम राजलक्ष्मी यादव हैं और वह राजनीति में सक्रिय नहीं है।
बीबीए लखनऊ यूनीवर्सिटी से किया और टुरिज्म एडमिनिस्ट्रेशन की मास्टर डिग्री भी उन्होंने लखनऊ यूनीवर्सिटी से ही ली है। सक्रिय राजनीति में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। इससे पहले वह सहकारिता क्षेत्र की राजनीति में सक्रिय रहे। वह कई कंपनियों व कारोबार में सीधे तौर पर मालिक हैं तो कुछ में वह पार्टनर की भूमिका निभा रहे है।
बसपा प्रत्याशी मुस्लिम खां ककराला के वार्ड नंबर पांच के मूल निवासी हैं। इन्हाेंने जामिया उर्दू, अलीगढ़ से अदीब-ए-कामिल की शिक्षा ली है। हज यात्रा कर चुके हैं, इसलिए हाजी मुस्लिम खां के नाम भी जाना जाता है। कुर्ता-पायजामा के साथ सदरी इनका पहनावा है। इनका कुनबा बड़ा है।
छह भाइयों का परिवार है, जबकि वह 12 बच्चों के पिता हैं। कृषि उत्पादों से जुड़े इनके कई कारोबार भी संचालित हो रहे हैं, जिनमें केले का प्लांट, गन्ने का क्रेशर, ईंट भट्ठा भी है। इन्होंने राजनीति की शुरूआत नगर पालिका परिषद ककराला से की थी। 1995 में वह चेयरमैन निर्वाचित हुए। बसपा के टिकट पर 2007 में उसहैत विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे।
2024-05-07T00:44:10Z dg43tfdfdgfd