रिपोर्ट : अभिनव कुमार
दरभंगा. प्रदूषित हो रही गंगा और इसमें मिलने वाली नदी को बचाने के उद्देश्य से सभी जगह नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत लोग कार्य कर रहे हैं. जिसमें सरकार की भी मदद उन्हें मिल रही है. इसी के तहत दरभंगा जिले में नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत लगभग 3400 से 3500 युवा जिले भर में इस योजना से जुड़ कर जिले के तमाम नदी, नहर को निस्वार्थ भावना से स्वच्छ बनाने का बेड़ा उठाया है. ऐसे में दरभंगा की मृत हो चुकी नदी और नहर में जीवन आने से हरियाली आएगी.
प्रदूषण की कड़ी से कड़ी जोड़ रहे हैं ये लोग
इस कार्यक्रम से जुड़े हरिओम ने बताया कि नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाता है. शुरूआत से बात करें तो जिस तरह से नदी नाले हैं और घर से कचरा जब निकलता है. कचरा किस माध्यम से किन नदी और नहरों से जुड़कर गंगा नदी तक पहुंचता है और उसे प्रदूषित कर रहा है. उस कड़ी को तोड़ने का काम हम लोग करते हैं. जिससे कि गंगा नदी प्रदूषित न हो. घरों से निकलने वाला कचरा किसी न किसी माध्यम से गंगा नदी में पहुंचता है.
दरभंगा से 10-15 नहर और नदी गंगा से जुड़ी हुई है
बागमती, कमला जैसी नदी को लेकर बात करें तो लगभग दरभंगा जिले से 10 से 15 ऐसी नहर और नदी है जो गंगा नदी से जुड़ी हुई है. मिथिला क्षेत्र को नदियों का क्षेत्र भी कहा जाता है. नमामि गंगे के प्रखंड स्तर से जुड़े युवाओं को पहले सात दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण दिया जाता है.
उसके बाद उनके द्वारा ग्रामीण स्तर पर जाकर युवाओं को निस्वार्थ भावना से जुड़ने के लिए कहा जाता है. गांव में नमामि गंगे क्लब भी खोले जा रहे हैं. अब तक 3400 से 3500 तक युवा इस कार्यक्रम से जुड़ चुके है.
2023-03-19T10:25:46Z dg43tfdfdgfd